Uttar Pradesh News: संतकबीरनगर जिले में एक बड़ा मामला सामने आया है। कोतवाली खलीलाबाद पुलिस ने जमीन हड़पने की साजिश का केस दर्ज किया है। इस मामले में एक मां और उसके तीन बेटों पर आरोप लगे हैं। आरोपी गोला बाजार निवासी हैं और फर्जी दस्तावेज बनाने का आरोप झेल रहे हैं। पीड़ित एक रिटायर्ड पुलिस सब इंस्पेक्टर हैं।
पीड़ित विनोद कुमार राय का आरोप है कि आरोपियों ने फर्जी बिक्रीनामा बनाया। यह दस्तावेज पांच रुपये के स्टांप पर जमा कराया गया। आरोपियों ने तहसीलदार सदर की अदालत में यह दस्तावेज पेश किया। बाद में पता चला कि यह दस्तावेज पूरी तरह नकली था। न्यायालय ने इस दस्तावेज को खारिज कर दिया।
फर्जी दस्तावेज का मामला
मामला गाटा संख्या 1577 की जमीन से जुड़ा है। पीड़ित विनोद कुमार राय ने यह जमीन 2008 में खरीदी थी। उन्होंने अपनी पत्नी और चाची के नाम रजिस्ट्री कराई थी। आरोपियों ने इसी जमीन के लिए फर्जी बिक्रीनामा तैयार किया। उन्होंने किशोर कुमार वर्मा के नाम से यह दस्तावेज बनाया।
किशोर कुमार वर्मा ने खुद अदालत में बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह बिक्रीनामा फर्जी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस जमीन की कोई खरीदारी नहीं की है। न्यायालय ने इस आधार पर दस्तावेज को खारिज कर दिया। इसके बाद आरोपियों ने दीवानी अदालत में नया मुकदमा दायर किया।
पीड़ित की शिकायत
रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर विनोद कुमार राय ने विस्तृत शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि आरोपी लगातार उन्हें परेशान कर रहे हैं। सुशील कुमार, प्रवीण कुमार, प्रतीक कुमार और आशा देवी एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उनका उद्देश्य जमीन पर कब्जा करना है।
पीड़ित ने आगे बताया कि स्थानीय पुलिस भी उन्हें परेशान कर रही है। आरोपी अपराधिक मामले से बचने के लिए दीवानी मुकदमा दायर कर रहे हैं। क्षेत्राधिकारी खलीलाबाद की जांच में भी दस्तावेज फर्जी पाए गए। इसके बाद पीड़ित ने डीआईजी बस्ती से शिकायत की।
पुलिस कार्रवाई
डीआईजी बस्ती के आदेश पर कोतवाली खलीलाबाद पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस ने सुशील कुमार, पियूष कुमार, प्रवीन कुमार और आशा देवी के खिलाफ केस दर्ज किया। इन सभी पर धोखाधड़ी और षड्यंत्र का आरोप है। कोतवाल पंकज कुमार पांडेय ने इसकी पुष्टि की।
कोतवाल ने बताया कि मामले की विवेचना जारी है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। पुलिस आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटा रही है। इस मामले में अदालती दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
जमीन विवाद का इतिहास
यह जमीन विवाद काफीपुराना चला आ रहा है। पीड़ित ने 2008 में यह जमीन खरीदी थी। उस समय कृष्ण कुमार, वंशराज और हंसराज से रजिस्ट्री कराई गई थी। यह जमीन खलीलाबाद के पुरानी सब्जी मंडी गोरखपुर रोड इलाके में स्थित है।
आरोपियों ने इसी जमीन के लिए फर्जी दावा पेश किया। उन्होंने किशोर कुमार वर्मा का नाम इस्तेमाल किया। जब वर्मा ने अदालत में फर्जीवाड़ा उजागर किया तो आरोपियों की चाल विफल हो गई। इसके बावजूद आरोपी लगातार पीड़ित को परेशान कर रहे हैं।
अगले कदम
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अब विवेचना की जिम्मेदारी कोतवाली खलीलाबाद की है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ करेगी। सभी दस्तावेजों की विस्तृत जांच की जाएगी। फर्जी दस्तावेज बनाने के पीछे की साजिश का पता लगाया जाएगा।
पीड़ित को उम्मीद है कि न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि आरोपी लगातार उन्हें डरा रहे हैं। पुलिस कार्रवाई के बाद अब उन्हें राहत मिली है। वह न्यायिक प्रक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सकता है।
