Uttar Pradesh News: हरदोई की एक प्रेम कहानी चर्चा का विषय बनी हुई है। यहां समधी और समधन को एक-दूसरे से प्यार हो गया। जब उनके परिवार वालों ने उनसे रिश्ते की दुहाई दी तो उन्होंने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। समधी-समधन एक माह से घर से लापता थे. मामला जहानीखेड़ा पुलिस चौकी के पिहानी मोड़ ओवर ब्रिज का है।
हरदोई में समधी-समधन की अजीब प्रेम कहानी, पढ़ें 10 बड़ी बातें
- हरदोई जिले के पिहानी कस्बे में शाहजहाँपुर-सीतापुर रेलवे ट्रैक पर पिहानी कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत जहानी खेड़ा के पास समधी और समधन ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली।
- करीब 5 माह पहले महिला ने अपनी इकलौती बेटी की शादी लखीमपुर खीरी जिले के मैगलगंज कोतवाली क्षेत्र के मुबारकपुर निवासी आशाराम के बेटे शिवम से की थी.
- इसी बीच 50 वर्षीय रामनिवास और उसके दोस्त आशाराम की पत्नी आशारानी (45) के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया.
- आशाराम ने पुलिस को बताया था कि 23 सितंबर को जब वह चौबनपुर में राजमिस्त्री का काम करने गया था तो आशारानी घर से लापता हो गई थी. पता चला कि रामनिवास भी उसी दिन से लापता है.
- आशाराम की शिकायत पर मैलागंज पुलिस ने आशारानी की गुमशुदगी दर्ज कर ली थी. 22 अक्टूबर की सुबह राम निवास और आशारानी के शव शाहजहाँपुर-सीतापुर रेलवे ट्रैक पर पड़े मिले थे।
- घटनास्थल पर मिले मोबाइल फोन और आधार कार्ड से दोनों की पहचान हुई. रामनिवास बस ड्राइवर था.
- पुलिस जांच में पता चला कि रामनिवास और आशारानी एकदूसरे से छिपछिप कर मिलते थे. हालांकि, जब परिवार को इसकी भनक लगी तो उन्होंने उसे रोक लिया। इस बात से दोनों परेशान थे.
- पुलिस जांच में पता चला कि समधी-समधन दिल्ली में रुके थे. उसके पास से 17 अक्टूबर को दिल्ली के सोहराबगेट डिपो से मैगलगंज तक का रोडवेज बस का टिकट मिला।
- पुलिस के मुताबिक 17 अक्टूबर को दोनों दिल्ली से मैगलगंज लौटे, लेकिन घर नहीं आए। इसके बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली.
- समधी और समधन के बीच प्यार की यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है. माना जा रहा है कि अपने प्यार को परवान न चढ़ता देख और लगातार अपमान से परेशान होकर दोनों ने आत्महत्या कर ली होगी.