शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

रूस-यूक्रेन युद्ध: गैस संयंत्र पर मिसाइल हमले से हजारों घरों में ठप हुई बिजली-गैस आपूर्ति

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International News: रूस ने यूक्रेन की सबसे बड़ी गैस उत्पादन इकाई नैफ्टोगाज पर बड़ा हवाई हमला किया है। इस हमले में पैंतीस मिसाइलों और साठ ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। खार्कीव-पोल्टावा क्षेत्र में स्थित यह संयंत्र पूरी तरह बर्बाद हो गया है। सर्दियों के मौसम से ठीक पहले हुए इस हमले से यूक्रेन को गंभीर झटका लगा है।

नैफ्टोगाज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सर्गी कोरेत्स्की ने बताया कि यह संयंत्र नागरिक आपूर्ति के लिए काम कर रहा था। इसके बावजूद रूस ने इस पर हमला किया। इस हमले के बाद यूक्रेन के कई शहरों में हजारों घरों की बिजली और गैस आपूर्ति बाधित हो गई है। यूक्रेन को अब गैस आयात करने का निर्णय लेना पड़ा है।

यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई

इस बीच यूक्रेन ने भी रूस की तेल रिफाइनरी पर ड्रोन हमला किया है। कजाखस्तान सीमा के नजदीक स्थित ओर्स्क शहर की रिफाइनरी को निशाना बनाया गया। हमले के बाद रिफाइनरी परिसर में भीषण आग लग गई। आग की लपटें दूर से ही देखी जा सकती थीं।

अभी तक इस हमले में हुए जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं मिल पाई है। यह हमला रूस द्वारा यूक्रेनी गैस संयंत्र को नष्ट करने की कार्रवाई का जवाब माना जा रहा है। दोनों देशों के बीच ऊर्जा ढांचों को निशाना बनाने की यह कड़ी जारी है।

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नागरिक जीवन पर प्रभाव

गैस संयंत्र के नष्ट होने से यूक्रेन के नागरिकों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सर्दियों के मौसम में गैस और बिजली की आपूर्ति बाधित होना चिंता का विषय है। कई शहरों में हीटिंग सिस्टम काम करना बंद हो गए हैं। लोगों को गर्मी के लिए वैकल्पिक साधनों की तलाश करनी पड़ रही है।

यूक्रेन सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन उपाय शुरू किए हैं। बड़ी मात्रा में गैस आयात की तैयारी की जा रही है। पड़ोसी देशों से ऊर्जा आपूर्ति के लिए बातचीत चल रही है। हालांकि इन उपायों में समय लगेगा और तत्काल राहत मुश्किल है।

ऊर्जा ढांचों पर हो रहे हमले

यूक्रेन संघर्ष में दोनों पक्ष एक-दूसरे के ऊर्जा ढांचों को निशाना बना रहे हैं। रूस ने पिछले कुछ महीनों में कई बिजली संयंत्रों और गैस सुविधाओं पर हमले किए हैं। यूक्रेन ने भी रूस की कई तेल रिफाइनरियों को नष्ट किया है। इन हमलों का उद्देश्य दुश्मन की अर्थव्यवस्था और नागरिक जीवन को प्रभावित करना है।

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विश्लेषकों का मानना है कि सर्दियों के दौरान ऐसे हमले और बढ़ सकते हैं। दोनों देश एक-दूसरे की ऊर्जा आपूर्ति को निशाना बनाकर जनता का मनोबल तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इस रणनीति से आम नागरिकों को सबसे अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

संयुक्त राष्ट्र ने नागरिक ढांचों पर हो रहे हमलों पर चिंता जताई है। अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने दोनों पक्षों से नागरिक सुविधाओं को बचाने का आग्रह किया है। यूरोपीय देश यूक्रेन को ऊर्जा सहायता उपलब्ध करा रहे हैं। हालांकि यह सहायता वास्तविक जरूरतों के मुकाबले कम है।

यूक्रेन सरकार ने रूस पर युद्ध अपराधों का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि रूस जानबूझकर नागरिकों को सर्दियों में कठिनाइयों में डाल रहा है। रूस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वह केवल सैन्य लक्ष्यों को निशाना बना रहा है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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