शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध थमने से भारत को मिल सकता है बड़ा फायदा, अमेरिकी टैरिफ में राहत की उम्मीद

Russia Ukraine War: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध थमने से भारत को अमेरिकी टैरिफ में राहत मिलेगी। पीएम मोदी ने हाल ही में पुतिन और जेलेंस्की से बात की, जहां शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया। ट्रंप-पुतिन की बैठक से उम्मीदें बढ़ीं।

Share

India News: रूस-यूक्रेन युद्ध अगर थम जाता है तो भारत को बड़ा फायदा हो सकता है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि युद्ध खत्म होने से अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ से राहत मिलेगी। थरूर ने विदेश मामलों की संसदीय समिति की बैठक के बाद यह बात कही। उन्होंने बताया कि रूस से तेल खरीदने के कारण अमेरिका ने 25% टैक्स लगाया है। अगर युद्ध नहीं रहा तो यह टैक्स स्वाभाविक रूप से हट जाएगा। थरूर ने सुझाव दिया कि बढ़ाए गए 25% टैक्स को कम करने के लिए भी चर्चा होनी चाहिए। हाल में ट्रंप ने टैरिफ को 50% तक बढ़ा दिया है।

थरूर का टैरिफ फायदे पर बयान

शशि थरूर ने अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 25 अगस्त को अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए आना था। लेकिन अब तक कोई बदलाव की सूचना नहीं मिली। ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ लगाया था और बाद में इसे 50% कर दिया। ट्रंप का मानना है कि भारत रूस का तेल खरीदकर रूस को आर्थिक मदद दे रहा है। इससे रूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध जारी रख रहा है। थरूर ने बताया कि युद्ध थमने से भारत को 25% फायदे का लाभ मिल सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। हाल में भारत की स्थिति मजबूत हुई है जहां वह दोनों पक्षों से बात कर रहा है।

यह भी पढ़ें:  हिमाचल प्रदेश: सुक्खू सरकार ने पंचायत चुनाव किए स्थगित, जयराम ठाकुर ने बोला बड़ा हमला

ट्रंप और पुतिन की आगामी मुलाकात

ट्रंप और पुतिन की मुलाकात 15 अगस्त को अलास्का में होने वाली है। उम्मीद है कि इस दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा होगी। अगर सब ठीक रहा तो दोनों नेता युद्धविराम पर ठोस फैसला ले सकते हैं। इससे भारत को फायदा होने की संभावना है। पिछले हफ्ते पुतिन और मोदी के बीच फोन पर बात हुई। दोनों ने आपसी संबंधों को मजबूत करने और रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने पर जोर दिया। मोदी ने पुतिन को भारत आने का न्योता भी दिया। इस मुलाकात से युद्ध थमने की उम्मीद बढ़ गई है।

जेलेंस्की से मोदी की फोन वार्ता

मोदी ने जेलेंस्की से भी फोन पर बात की। इस दौरान मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया। जेलेंस्की ने कहा कि भारत रूस से तेल न खरीदे क्योंकि इससे यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को मदद मिल रही है। दोनों नेताओं की बातचीत ट्रंप और पुतिन की शिखर वार्ता से पहले हुई। मोदी ने जेलेंस्की को बताया कि भारत शांतिपूर्ण समाधान के लिए हर संभव सहयोग करेगा। जेलेंस्की ने हाल के रूसी हमलों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जोर दिया कि रूस अभी भी हमले जारी रख रहा है। मोदी ने भारत की स्थिति दोहराई कि युद्ध थमना चाहिए।

यह भी पढ़ें:  Israel News: नेतन्याहू के फैसले से पाकिस्तान में मची खलबली, कहा- वेस्ट बैंक में बनेंगे 700 से ज्यादा नए घर

युद्ध थमने से भारत को फायदा

यदि रूस-यूक्रेन युद्ध थमता है तो भारत को आर्थिक फायदा होगा। अमेरिका के टैरिफ हटने से निर्यात बढ़ेगा। थरूर ने कहा कि रूस से तेल खरीदने के कारण लगे टैक्स से मुक्ति मिलेगी। भारत रूस से सस्ता तेल खरीद रहा है जो अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद है। लेकिन ट्रंप के हाल के फैसले से चुनौती बढ़ी है। मोदी की दोनों पक्षों से बातचीत से भारत की भूमिका मजबूत हुई है। ट्रंप-पुतिन मुलाकात से शांति की उम्मीद है। भारत इस प्रक्रिया में सहयोग करने को तैयार है। थरूर ने कहा कि सरकार को अतिरिक्त टैक्स कम करने के लिए अमेरिका से चर्चा करनी चाहिए।

आगे की द्विपक्षीय चर्चाएं

मोदी और जेलेंस्की ने द्विपक्षीय संबंधों पर भी बात की। दोनों ने सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। मोदी ने जेलेंस्की को यूएन जनरल असेंबली में मिलने का सुझाव दिया। पुतिन से भी मोदी ने रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की। भारत रूस से रक्षा उपकरण खरीदता है। युद्ध थमने से व्यापार सामान्य होगा। ट्रंप के टैरिफ से भारत प्रभावित है लेकिन शांति से राहत मिलेगी। थरूर का बयान भारत की स्थिति को रेखांकित करता है। भारत दोनों पक्षों से बात कर शांति की कोशिश कर रहा है। ट्रंप-पुतिन मुलाकात अहम होगी।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

Read more

Related News