शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

आरएस बाली: पालमपुर होटल खरीद में लगे आरोपों को किया खारिज, कहा, भ्रामक खबरों का जवाब कानूनी तरीके से देंगे

Share

Dharamshala News: हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने पालमपुर के एक होटल की खरीद को लेकर उठ रहे आरोपों को सार्वजनिक रूप से खारिज किया है। धर्मशाला में आयोजित एक प्रेस वार्ता में उन्होंने इस सौदे को पूरी तरह से नियमों के अनुरूप और पारदर्शी बताया। बाली ने कहा कि उनके और उनके परिवार के खिलाफ फैलाई जा रही भ्रामक खबरों का जवाब अब वे कानूनी तरीके से देंगे।

उन्होंने मीडिया के सामने सौदे से जुड़े तथ्य रखे और इसमें किसी भी प्रकार की अनियमितता से इनकार किया। बाली ने जोर देकर कहा कि यह सौदा एक स्पष्ट और खुली प्रक्रिया के तहत पूरा हुआ है। उन पर लगाए गए आरोपों को उन्होंेने राजनीतिक रूप से प्रेरित और बेबुनियाद करार दिया।

बाली ने विपक्ष पर निराधार आरोप लगाकर उनकी और उनके परिवार की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे जानते हैं कि इस मुहिम के पीछे कौन-कौन से लोग शामिल हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अब वह इस मामले को अदालत में ले जाएंगे और मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।

उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों पर हो रहे व्यक्तिगत हमलों को विशेष रूप से खारिज किया। बाली ने कहा कि सोशल मीडिया और कुछ अखबारों में उनकी पत्नी और बहन के बारे में फैलाई जा रही खबरें पूरी तरह से गलत हैं। उनके अनुसार, यह सब कुछ लोगों द्वारा राजनीतिक फायदे के लिए किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें:  कंगना रनौत: मानहानि मामले में एक्ट्रेस की मुश्किलें बढ़ीं, कोर्ट ने तय किए आरोप; जानें कब होगी बहस

होटल खरीद की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि 6 अगस्त को एक अखबार में होटल की बिक्री का विज्ञापन प्रकाशित हुआ था। इसके बाद उनकी पत्नी ने औपचारिक रूप से ईमेल के माध्यम से होटल मालिक से संपर्क साधा। 9 अगस्त को हुई बातचीत के बाद होटल की कीमत 24 करोड़ रुपये तय की गई।

बाली ने स्पष्ट किया कि इस राशि में से 18 करोड़ रुपये का भुगतान सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से लोन लेकर किया गया। शेष 6 करोड़ रुपये का भुगतान उनके निजी खाते से किया गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि पूरी लेन-देन प्रक्रिया चेक और डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से पूरी हुई, जो पूरी तरह से कानूनी थी।

उन्होंने उन आरोपों को गलत बताया जिनमें कहा गया था कि सौदा 21 करोड़ रुपये में हुआ या इसमें बैंकिंग अनियमितताएं थीं। बाली ने दावा किया कि लेन-देन की पूरी जानकारी सार्वजनिक डोमेन में है और उन्होंने कोई छिपाने का प्रयास नहीं किया है।

कानूनी कार्रवाई की अपनी योजना के बारे में बताते हुए बाली ने कहा कि वे पहले आरोप लगाने वालों को सार्वजनिक माफी मांगने का मौका देंगे। यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे निश्चित रूप से मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे। उन्होंने कहा कि झूठ फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

यह भी पढ़ें:  सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक: हिमाचल के 592 प्रवक्ताओं के डिमोशन पर थमेगी कार्रवाई; जानें पूरा मामला

बैंक लोन से जुड़े एक अन्य मुद्दे पर बाली ने स्पष्ट किया कि वन टाइम सेटलमेंट की सुविधा किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं थी। उन्होंने बताया कि यह सुविधा आरबीआई के दिशा-निर्देशों के तहत 2022 में पिछली भाजपा सरकार के समय शुरू की गई थी। इसका लाभ 5461 लोगों को मिला था और यह सभी के लिए समान थी।

उन्होंने कहा कि राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप की परंपरा रही है, लेकिन परिवार के सदस्यों को निशाना बनाना सही नहीं है। बाली ने कहा कि सच्चाई सामने आने के बावजूद जानबूझकर झूठ फैलाया जा रहा है। उन्होंने इसके पीछे काम कर रहे लोगों पर कड़ी नजर रखने की बात कही।

आरएस बाली ने भ्रामक प्रचार करने वालों को फिर से चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने सार्वजनिक माफी नहीं मांगी तो कानूनी कार्रवाई अवश्य की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे और न्याय के लिए संघर्ष करेंगे। उनका कहना था कि तथ्यों के बावजूद झूठ फैलाना उचित नहीं है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

Read more

Related News