Himachal News: हिमाचल प्रदेश के पिंजौर-बद्दी-नालागढ़ फोरलेन हाईवे की बदहाली ने स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़का दिया। सामाजिक संगठनों ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के खिलाफ मोतिया प्लाजा, बद्दी में प्रदर्शन किया। नाराज लोगों ने पुतला फूंका और नारेबाजी की। सड़क निर्माण में देरी से उद्योगों को नुकसान हो रहा है। एक दशक बाद भी यह परियोजना अधूरी है, जिससे जनता में आक्रोश बढ़ रहा है।
प्रदर्शन में सामाजिक संगठनों की भागीदारी
श्रीराम सेना और लघु उद्योग संघ हिमाचल के नेतृत्व में दो दर्जन से अधिक संगठनों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। कार्यकर्ता बैनर, तख्तियां और झंडे लेकर बद्दी के मुख्य चौक पर पहुंचे। श्रीराम सेना के संयोजक राजेश जिंदल ने कहा कि 11 साल में हिमाचल का यह महत्वपूर्ण मार्ग पूरा नहीं हुआ। स्थानीय लोगों और उद्योगपतियों ने सड़क की खराब स्थिति के लिए केंद्र और राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
उद्योगों पर पड़ रहा भारी नुकसान
लघु उद्योग संघ के अध्यक्ष अशोक राणा ने बताया कि सड़क निर्माण में देरी से बद्दी-नालागढ़ के उद्योगों को भारी नुकसान हो रहा है। यह हाईवे रोजाना 20,000 से अधिक वाहनों का भार वहन करता है। खराब सड़क के कारण यातायात जाम और दुर्घटनाएं आम हैं। उद्योगपतियों का कहना है कि परिवहन लागत बढ़ने से व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। एनएचएआई की सुस्ती ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
स्थानीय नेताओं पर भी सवाल
सामाजिक कार्यकर्ता बलविंद्र सिंह ठाकुर ने स्थानीय सांसद सुरेश कश्यप और विधायक रामकुमार चौधरी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधियों ने इस मुद्दे पर कोई ध्यान नहीं दिया। प्रदर्शन में स्थानीय विधायक और पूर्व विधायक को आमंत्रित किया गया था, लेकिन वे शामिल नहीं हुए। लोगों का कहना है कि नेताओं की उदासीनता ने इस परियोजना को और लटका दिया है। जनता अब ठोस कार्रवाई की मांग कर रही है।
एनएचएआई की नाकामी पर गुस्सा
प्रदर्शनकारियों ने एनएचएआई की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। राजेश जिंदल ने कहा कि पिछले एक साल से केंद्र और राज्य सरकार को चेतावनी दी जा रही थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पूर्वांचल समिति के अध्यक्ष हरिओम ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के दावों को जुमला करार दिया। सड़क निर्माण की सुस्त गति ने बद्दी के औद्योगिक क्षेत्र को प्रभावित किया है। लोग अब इस हाईवे को जल्द पूरा करने की मांग कर रहे हैं।
