Himachal News: शिमला के कुमारसैन में एक भीड़भाड़ वाली ट्रैवलर के पलटने से भयंकर सड़क दुर्घटना हुई है। यह हादसा शनिवार रात लगभग दो बजे शिमला-रामपुर नेशनल हाईवे पर डोगरा मंडी के पास हुआ। वाहन में सवार 31 लोगों में से 29 घायल हो गए हैं। सोलह लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया है।
पुलिस के अनुसार यह ट्रैवलर रिकांगपिओ से रुपिडिया नेपाल बॉर्डर की ओर जा रही थी। वाहन में सवार सभी 31 लोग यात्रा के लिए 2500-2500 रुपये किराया दे रहे थे। चालक नेपाल का रहने वाला था लेकिन वह हिमाचल प्रदेश के ननखड़ी इलाके में ही रहता था। इस सड़क हादसा ने एक बार फिर पहाड़ी सड़कों पर वाहन चलाने के नियमों की अनदेखी को रेखांकित किया है।
तेज रफ्तार से हुआ हादसा
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि चालक वाहन को बहुत तेज गति से चला रहा था। जब वह डोगरा मंडी के पास एक तीखे मोड़ पर पहुंचा तो वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। इसके बाद ट्रैवलर सड़क किनारे जा पलट गई। इस हादसे में वाहन में सवार ज्यादातर लोग घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों की मदद की और उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
घायलों का कुमारसैन और शिमला में इलाज
घटना के बाद सभी घायलों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुमारसैन ले जाया गया। वहां पर सभी 29 घायलों का प्राथमिक उपचार किया गया। इनमें से 16 लोगों को गंभीर चोटों के कारण उच्चस्तरीय इलाज के लिए आईजीमसी शिमला रेफर कर दिया गया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार सभी घायलों का इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
चालक के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
कुमारसैन पुलिस ने इस मामले में चालक राज कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 और 125(ए) के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि चालक की लापरवाही और तेज रफ्तार इस दुर्घटना का मुख्य कारण प्रतीत होती है। जांच अधिकारी घटना स्थल का मुआयना कर रहे हैं।
नेपाल जा रही थी ट्रैवलर
दुर्घटनाग्रस्त ट्रैवलर नेपाल की सीमा की ओर जा रही थी। चालक राज कुमार की उम्र 36 साल है और वह मूल रूप से नेपाल के बांके जिले का निवासी है। हालांकि वह वर्तमान में शिमला जिले के ननखड़ी उपमंडल के गांव जवाल्डा में रह रहा था। इस तरह के वाहन अक्सर पहाड़ी इलाकों में लंबी दूरी की यात्रा के लिए उपयोग किए जाते हैं।
पहाड़ी सड़कों पर सुरक्षा चिंता
यह दुर्घटना हिमाचल प्रदेश की पहाड़ी सड़कों पर वाहन चालकों की लापरवाही को एक बार फिर उजागर करती है। तेज गति और मोड़ों पर नियंत्रण खोना अक्सर ऐसे हादसों का कारण बनते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस हाईवे पर वाहनों की गति पर नियंत्रण की सख्त आवश्यकता है। पुलिस द्वारा चालक के खिलाफ कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि नियम तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
भीड़भाड़ वाले वाहन और सवारियों की सुरक्षा
इस घटना ने भीड़भाड़ वाले वाहनों में यात्रा करने वाले लोगों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए हैं। ट्रैवलर में 31 लोग सवार थे जो एक बड़ी संख्या है। ऐसे वाहनों में यात्रा करने वाले लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। यात्रा के दौरान सीट बेल्ट का उपयोग और चालक से सुरक्षित गति बनाए रखने का अनुरोध करना महत्वपूर्ण है।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्थानीय प्रशासन ने इस घटना पर त्वरित कार्रवाई की है। घायलों को तुरंत चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई गई है। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। इस सड़क हादसा ने प्रशासन का ध्यान एक बार फिर इस महत्वपूर्ण हाईवे पर सुरक्षा उपायों की ओर खींचा है। आगे की कार्रवाई जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।
