शिमला. हिमाचल प्रदेश में कैबिनेट के गठन के लिए अभी एक सप्ताह का इंतजार करना पड़ेगा. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhvinder Singh Sukhu) ने आलाकमान को कैबिनेट (Cabinet Formations) में शामिल करने के लिए 10 नाम भेजे हैं और अब हाईकमान से हरी झंडी मिलने क बाद ही कैबिनेट का गठन होगा. यानी अब लोहड़ी के बाद ही हिमाचल में कैबिनेट का गठन होगा.
दिल्ली दौरे पर गए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से न्यूज 18 ने कैबिनेट गठन को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी राहुकाल चल रहा है और जल्दी ही कैबिनेट के गठन होगा. उन्होंने बताया कि 10 पदों के लिए 10 नाम का प्रपोजल भेज दिया गया है. यह प्रपोजल खड़गे जी और वेणुगोपाल जी के पास सबमिट कर दी है और वह साइन करेंगे, उसके बाद कैबिनेट का विस्तार होगा.
सीएम ने कह कि यह व्यवस्था परिवर्तन है और ज्यादा टाइम नहीं लग रहा है. किसी नाम पर पेच नहीं फंसा है. हाईकमान जो तय करेगा, वह सब को मानना पड़ेगा. मैंने अपना प्रपोजल हाईकमान के पास रख दिया है. मैंने विक्रमादित्य का नाम अपनी सूची में डाला है. आज हिमाचल जाऊंगा और जैसे ही सूची आएगी, उसके बाद शपथ होगा. सीएम ने कहा कि कि कैबिनेट के नामों पर फाइनल मोहर शुक्ला जी, केसी वेणुगोपाल जी और खडगे जी लगाएंगे. कैबिनेट गठन को लेकर नाराजगी के सवाल पर सुक्खू ने कहा कि हमारे यहां कोई नाराजगी का सवाल नहीं है. बता दें कि सीएम सुक्खू शनिवार को दिल्ली से लौट रहे हैं औऱ वह चंडीगढ़ में हिमाचल भवन आएंगे.
क्यों अब लोहड़ी के बाद होगा गठन
दरअसल, राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर कल यानी 8 जनवरी से गोवा दौरे पर जाएंगे. वह 12 जनवरी के बाद शिमला लौटेंगे. ऐसे में अब लोहड़ी या उसके बाद ही कैबिनट का गठन होगा. गौरतलब है कि हिमाचल में सरकार बने हुए 25 दिन का समय हो चुका है.
शिमला औऱ कांगड़ा की वजह से उलझा मामला
शिमला और कांगड़ा की 23 विधानसभा सीटों में से 18 पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है और इन दो जिलों से सबसे ज्यादा तलबगार हैं. उधर सोलन से मंत्री बनाने को लेकर आम सहमति नहीं बन पा रही है. शिमला से विक्रमादित्य सिंह, अनिरुद्ध सिंह, रोहित ठाकुर, कुलदीप राठौर जैसे विधायक कैबिनेट रेस में हैं. वहीं, कांगड़ा में चंद्र कुमार, सुधीर शर्मा, रघुबीर सिंह बाली भी मंत्री पद चाह रहे हैं. यहीं पर पेच फंसा हुआ है. सिरमौर और बिलासपुर से भी मंत्री बनना है.