New Delhi: भारत का आगामी 77वां Republic Day समारोह बेहद ऐतिहासिक होने वाला है। साल 2026 के इस राष्ट्रीय पर्व पर एक नई परंपरा शुरू होगी। भारत ने इस बार मुख्य अतिथि के रूप में किसी एक नेता को नहीं बुलाया है। यूरोपीय संघ (EU) के दो सबसे शक्तिशाली नेताओं को आमंत्रित किया गया है। यह फैसला कूटनीतिक और आर्थिक रूप से बहुत अहम माना जा रहा है।
यूरोपीय संघ का शीर्ष नेतृत्व होगा शामिल
इस बार Republic Day परेड में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन मुख्य अतिथि होंगी। उनके साथ यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा भी मंच साझा करेंगे। यह पहला मौका है जब भारत ने EU के पूरे शीर्ष नेतृत्व को एक साथ बुलाया है। इन दोनों दिग्गजों का भारत दौरा रणनीतिक साझेदारी को नया आयाम देगा। यह भारत और यूरोप के रिश्तों में एक नए युग की शुरुआत है।
व्यापार समझौते पर बड़ी खबर
इस ऐतिहासिक दौरे पर भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) हो सकता है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इसके सकारात्मक संकेत दिए हैं। दोनों पक्ष इस डील को जल्द पूरा करने के लिए तैयार हैं। हाल ही में 8-9 दिसंबर को हुई बैठक में समझौते की रूपरेखा तय कर ली गई है। अधिकारियों ने 23 में से 11 अध्यायों पर बातचीत पूरी कर ली है।
27 जनवरी को हो सकता है हस्ताक्षर
विशेषज्ञों का मानना है कि Republic Day के ठीक बाद बड़ी घोषणा होगी। 27 जनवरी 2026 को भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन प्रस्तावित है। इसी दौरान इस महत्वाकांक्षी डील पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं। इससे भारत के व्यापार, रक्षा और टेक्नोलॉजी क्षेत्र को भारी मुनाफा होगा। यह दौरा केवल रस्मी नहीं, बल्कि आर्थिक प्रगति का नया रास्ता खोलेगा।
