Uttarakhand News: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर ने देहरादून जिले के हनोल स्थित प्रसिद्ध महासू मंदिर में दर्शन किए। विश्व कप जीतने के बाद वह अपने परिवार के साथ यहां पूजा-अर्चना करने पहुंची। मंदिर प्रबंधन समिति ने उन्हें स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। स्थानीय लोगों ने भी उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया।
रेणुका सिंह ठाकुर हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रोहडू तहसील की निवासी हैं। उन्होंने महिला विश्व कप में भारत की ओर से शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन किया था। मंदिर पहुंचने पर युवाओं ने उनके साथ सेल्फी लेने में खासी दिलचस्पी दिखाई। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर उत्साहित भक्तों और क्रिकेट प्रशंसकों से भरा रहा।
महासू मंदिर में भक्ति और उत्साह
मंदिर प्रबंधन समिति ने रेणुका को हनोल मंदिर की फोटो और प्रसाद भेंट किया। समिति के सदस्यों ने कहा कि वह देश का गौरव हैं। स्थानीय निवासियों ने उनके आगमन को एक यादगार पल बताया। कई युवाओं ने कहा कि रेणुका उनके लिए प्रेरणा स्रोत हैं। इस मौके पर मंदिर में खास सुरक्षा इंतजाम भी किए गए थे।
विश्व कप में शानदार प्रदर्शन
रेणुका सिंह ठाकुर ने महिला विश्व कप के फाइनल मैच में उल्लेखनीय गेंदबाजी की। उन्होंने आठ ओवर में मात्र 28 रन दिए। यह आर्थिक गेंदबाजी दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में कारगर साबित हुई। हालांकि उन्हें मैच में कोई विकेट नहीं मिला, लेकिन उनकी गेंदबाजी ने टीम को रन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
क्रिकेट सफर का सफल सफर
रेणुका सिंह ठाकुर ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत वर्ष 2009 में की। उन्होंने हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की आवासीय अकादमी में प्रवेश लिया। घरेलू क्रिकेट में 2019-20 सीनियर महिला वनडे लीग में उन्होंने 23 विकेट लेकर सभी को प्रभावित किया। इस प्रदर्शन ने उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का रास्ता साफ किया।
उन्होंने अपना पहला महिला टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच 7 अक्टूबर 2021 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला। अगले ही वर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने उन्हें उभरती हुई महिला क्रिकेटर के पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार उनके निरंतर सुधार और उत्कृष्ट प्रदर्शन की मान्यता थी।
स्थानीय लोगों का प्यार
हनोल के स्थानीय निवासियों ने रेणुका के आगमन को उत्सव के रूप में मनाया। ग्रामीणों ने पारंपरिक परिधान पहनकर उनका स्वागत किया। कई युवा क्रिकेटर्स ने उनसे मिलकर आशीर्वाद लिया। मंदिर परिसर में लोग उन्हें देखने और आशीर्वाद लेने के लिए उमड़ पड़े। इस दृश्य ने पूरे इलाके में खुशी की लहर दौड़ा दी।
रेणुका सिंह ने स्थानीय लोगों के प्यार और स्नेह के लिए खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि उनके आशीर्वाद और समर्थन से उन्हें हमेशा शक्ति मिलती है। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना कर देवता से आशीर्वाद लिया। इसके बाद वह परिवार के साथ मंदिर से विदा हुईं।
