Jammu Kashmir News: रियासी उपायुक्त निधि मलिक ने बागवानी विभाग की प्रशिक्षण यात्रा के लिए 40 प्रगतिशील किसानों को रवाना किया। यह पाँच दिवसीय एक्सपोजर यात्रा एटीएमए और एमआईडीएच योजनाओं के तहत आयोजित की गई है। कार्यक्रम में मुख्य बागवानी अधिकारी और अन्य जिला अधिकारी उपस्थित रहे। इस यात्रा का उद्देश्य किसानों को आधुनिक बागवानी तकनीकों से परिचित कराना है।
इस पाँच दिवसीय प्रशिक्षण यात्रा के दौरान किसानों को आधुनिक बागवानी पद्धतियों का व्यावहारिक अनुभव मिलेगा। वे उन्नत तकनीकों और वैज्ञानिक नवाचारों को सीखेंगे। किसान हिमाचल प्रदेश के कृषि संस्थानों का दौरा करेंगे। इससे उन्हें नई जानकारी और कौशल प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
शैक्षणिक दौरे का कार्यक्रम
किसान चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर का दौरा करेंगे। वे हिमालय जैवसंसाधन प्रौद्योगिकी संस्थान और मधुमक्खी अनुसंधान केंद्र नगरोटा बगवां भी जाएंगे। इन संस्थानों में किसान वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के साथ सीधा संवाद कर सकेंगे। इससे उन्हें व्यावहारिक जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
उपायुक्त निधि मलिक ने कहा कि ऐसे प्रदर्शन दौरे किसानों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह यात्रा किसानों को नवीन तकनीकों और सफल मॉडलों से परिचित कराएगी। इससे उनकी उत्पादकता और आय में वृद्धि होने की उम्मीद है।
प्रशिक्षण के मुख्य विषय
प्रशिक्षण कार्यक्रम आधुनिक फल उत्पादन तकनीकों पर केंद्रित होगा। एकीकृत कीट और पोषक तत्व प्रबंधन भी सिखाया जाएगा। संरक्षित खेती और कटाई के बाद प्रबंधन की जानकारी दी जाएगी। वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन पद्धतियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इस पहल का उद्देश्य किसानों की स्थायी बागवानी के बारे में समझ बढ़ाना है। आय विविधीकरण को बढ़ावा देना भी एक लक्ष्य है। उच्च मूल्य वाली फसलों को अपनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। संबद्ध गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
किसानों को प्रोत्साहन
उपायुक्त ने प्रतिभागी किसानों को नई तकनीकें सीखने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बेहतर पैदावार और आर्थिक उत्थान के लिए इन तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया। किसानों को इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने की सलाह दी गई। उन्हें इन तकनीकों को अपने खेतों में लागू करने के लिए कहा गया।
इस यात्रा से किसानों के ज्ञान और कौशल में वृद्धि होगी। वे आधुनिक खेती के तरीकों से अवगत होंगे। इससे उनकी आय में वृद्धि और जीवन स्तर में सुधार होने की उम्मीद है। यह पहल क्षेत्र के कृषि विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
