Himachal News: हिमाचल के सराज क्षेत्र के थुनाग में राज्य सहकारी बैंक की शाखा पर आरबीआई ने सख्ती दिखाई। जलजले से हुए नुकसान के बाद रिकॉर्ड तलब किया गया। बैंक प्रबंधन नुकसान का आकलन कर रहा है। शाखा को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। 39 लाख रुपये की सेफ बरामद हुई। रिकॉर्ड रजिस्टर गायब है। नाबार्ड ने भी नुकसान की जानकारी मांगी।
जलजले से बैंक को नुकसान
थुनाग में जलजले ने सहकारी बैंक को भारी नुकसान पहुंचाया। बैंक का रिकॉर्ड रजिस्टर लापता है। सेफ को आठ फुट मिट्टी खोदकर निकाला गया। इसमें 39 लाख रुपये सुरक्षित मिले। बैंक 120 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन करता है। 24 हजार खाताधारक हैं। नुकसान का सटीक आकलन अभी नहीं हुआ। बैंक प्रबंधन ने नुकसान की रिपोर्ट तैयार करने की बात कही।
आरबीआई और नाबार्ड की कार्रवाई
आरबीआई ने खाताधारकों के हितों की रक्षा के लिए रिकॉर्ड मांगा। नाबार्ड ने भी नुकसान की जानकारी मांगी। बैंक प्रबंधन रिकॉर्ड और क्षतिग्रस्त सामान का ब्यौरा जुटा रहा है। जलजले के बाद बैंक का कामकाज प्रभावित हुआ। शाखा को दूसरी जगह स्थानांतरित किया गया। आरबीआई नियमों के तहत बैंक की निगरानी करता है। इस कार्रवाई से पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
सेफ की बरामदगी
जलजले के बाद बैंक की सेफ को खोजने में आठ दिन लगे। सेफ को मिट्टी में दबा हुआ पाया गया। इसमें 39 लाख रुपये सुरक्षित थे। यह राशि खाताधारकों के लिए राहत की बात है। हालांकि, रिकॉर्ड रजिस्टर अभी तक नहीं मिला। बैंक कर्मचारी इसे तलाश रहे हैं। सेफ की बरामदगी से कुछ हद तक नुकसान की भरपाई हुई।
नुकसान का आकलन जारी
बैंक के डीएम पंकज शर्मा ने बताया कि नुकसान का आकलन चल रहा है। जल्द ही आरबीआई और नाबार्ड को रिपोर्ट भेजी जाएगी। रिकॉर्ड रजिस्टर के गायब होने से आकलन में देरी हो रही है। बैंक प्रबंधन कामकाज को सुचारू करने में जुटा है। शाखा को नए स्थान पर शुरू किया गया। यह कदम खाताधारकों के भरोसे को बनाए रखने के लिए है।
खाताधारकों की चिंता
थुनाग शाखा के 24 हजार खाताधारक चिंतित हैं। जलजले से बैंक के रिकॉर्ड को नुकसान पहुंचा। रिकॉर्ड रजिस्टर का न मिलना चिंता का विषय है। आरबीआई की निगरानी से खाताधारकों को राहत की उम्मीद है। बैंक प्रबंधन ने नुकसान की पूरी जानकारी देने का भरोसा दिया। खाताधारकों के हितों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
