Shimla News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी में Ration Card (राशन कार्ड) को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। जिला शिमला में करीब 55 हजार राशन कार्ड धारक शक के घेरे में आ गए हैं। प्रशासन की एक समीक्षा बैठक में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इतनी बड़ी संख्या में संदिग्ध लाभार्थियों के मिलने से खाद्य सुरक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। अब विभाग इन सभी संदिग्ध मामलों की गहनता से जांच करेगा।
हजारों लाभार्थी संदेह के घेरे में
सोमवार को जिलास्तरीय सतर्कता समिति ने Ration Card वितरण की समीक्षा की। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि 55,839 लाभार्थी संदिग्ध पाए गए हैं। शिमला में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत 84,636 परिवारों को लाभ देने का लक्ष्य था। इसमें से अभी तक केवल 66,230 परिवारों का चयन हुआ है। चयन प्रक्रिया में आई यह गिरावट और संदिग्ध मामले असली गरीबों का हक मार रहे हैं।
दस्तावेजों में मिली भारी गड़बड़ी
अधिकारियों ने जांच के दौरान दस्तावेजों में कई खामियां पकड़ी हैं। कई Ration Card धारकों की आय और निवास प्रमाण पत्रों में गड़बड़ी मिली है। परिवार की वास्तविक स्थिति और पात्रता के कागज भी सही नहीं पाए गए। आशंका है कि अपात्र लोग गलत तरीके से सरकारी सब्सिडी का फायदा उठा रहे हैं। इस वजह से नए और पात्र परिवारों को योजना में शामिल करने की रफ्तार धीमी पड़ गई है।
अब होगी सख्त कानूनी कार्रवाई
प्रशासन अब फर्जी Ration Card धारकों पर नकेल कसने की तैयारी में है। अधिकारी जल्द ही कठोर जांच और सत्यापन अभियान चलाएंगे। इसमें आधार सीडिंग और आय प्रमाण पत्रों की दोबारा जांच होगी। टीम घर-घर जाकर भी भौतिक सत्यापन करेगी। अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि अपात्र लोगों का नाम सूची से हटाया जाएगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।
