Himachal News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में चंबा जिले के भरमौर विधानसभा क्षेत्र के एक अनाथ आश्रम में बच्ची के साथ दुष्कर्म और अमानवीय व्यवहार का मामला जोरदार तरीके से उठा। भरमौर के विधायक डा. जनक राज ने इस घटना को शून्यकाल में उठाया। उन्होंने दोषियों और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। यह घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
विधायक ने उठाई कार्रवाई की मांग
भरमौर के विधायक डा. जनक राज ने कहा कि यह दुष्कर्म मामला बेहद गंभीर है। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोग इस घटना की चर्चा कर रहे थे, लेकिन अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं थी। यह लापरवाही को दर्शाता है। विधायक ने पहले जिला उपायुक्त और पुलिस अधिकारियों से शिकायत की थी। कोई त्वरित कार्रवाई न होने पर उन्हें मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग करनी पड़ी।
मुख्यमंत्री ने दिए त्वरित निर्देश
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस मामले पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्हें दुष्कर्म मामले की जानकारी मिली, उन्होंने एडीजीपी को निर्देश जारी किए। पुलिस ने पीड़िता से संपर्क किया और उसकी शिकायत पर तुरंत एफआईआर दर्ज की। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि मामले में तेजी से कार्रवाई की जा रही है। दोषियों को कठोर सजा मिलेगी।
पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया
पुलिस ने इस दुष्कर्म मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने आश्वासन दिया कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष होगी। दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। इस मामले ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश पैदा किया है और लोग न्याय की मांग कर रहे हैं।
मंत्री ने दी कड़ी सजा की गारंटी
साम Hawkins: सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री डा. धनीराम शांडिल ने इस मामले की गंभीरता को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि पुलिस सक्रिय रूप से कार्रवाई कर रही है। दोषियों को कड़ी सजा दिलाने का वादा किया गया है। मंत्री ने इस घटना को दुखद बताया और कहा कि सरकार पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। मामले की जांच तेजी से चल रही है।
अधिकारियों की लापरवाही पर सवाल
विधायक डा. जनक राज ने अधिकारियों की लापरवाही पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इतनी गंभीर घटना की जानकारी अधिकारियों को नहीं होना चिंताजनक है। उन्होंने सरकार से मांग की कि दोषियों के साथ-साथ लापरवाह अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो। इस मामले ने प्रशासनिक व्यवस्था की खामियों को उजागर किया है। लोग चाहते हैं कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
पीड़िता को न्याय का भरोसा
सरकार और पुलिस ने पीड़िता को न्याय दिलाने का भरोसा दिया है। मुख्यमंत्री और मंत्री दोनों ने इस मामले में सख्त कार्रवाई का वादा किया है। पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज की और दो आरोपियों को हिरासत में लिया। जांच प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इस घटना ने समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
क्षेत्र में आक्रोश और चर्चा
चंबा के भरमौर क्षेत्र में इस दुष्कर्म मामले ने लोगों में आक्रोश पैदा किया है। स्थानीय लोग इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं। विधानसभा में इस मुद्दे के उठने से लोगों को न्याय की उम्मीद जगी है। सरकार और पुलिस की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं। यह मामला प्रशासन की जवाबदेही और संवेदनशीलता को भी परख रहा है।
