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रक्षाबंधन 2025: क्या बहनें पीरियड्स में भाई को बांध सकती हैं राखी? जानें नियम और शुभ मुहूर्त

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Himachal News: हिमाचल में 9 अगस्त 2025 को रक्षाबंधन मनाया जाएगा। बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधेंगी। यह पर्व भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है। शास्त्रों के अनुसार, सूतक में राखी नहीं बांधी जाती। पीरियड्स में बहनें राखी बांध सकती हैं, लेकिन देवी-देवताओं की मूर्ति का स्पर्श नहीं करेंगी। पूर्णिमा तिथि 1:25 बजे तक है। शुभ मुहूर्त में राखी बांधें।

रक्षाबंधन का महत्व

रक्षाबंधन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं। यह रक्षा का वचन है। पौराणिक कथाओं में इंद्र को राखी ने विजय दिलाई। महाभारत में द्रौपदी की लाज राखी से बची। हिमाचल में लोग उत्साह से पर्व मनाएंगे। यह भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करता है। लोग शुभ मुहूर्त में राखी बांधेंगे।

सूतक में राखी नहीं

हिंदू मान्यता में सूतक में रक्षाबंधन नहीं मनाया जाता। अगर परिवार में मृत्यु हो, तो सूतक लागू होता है। जब तक घर में बच्चा या गाय का बछड़ा न हो, पर्व टालते हैं। यह शास्त्रों का नियम है। हिमाचल में लोग इस नियम का पालन करते हैं। सूतक के दौरान राखी बांधना अशुभ माना जाता है। लोग परंपराओं का सम्मान करते हैं।

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शुभ मुहूर्त का महत्व

शास्त्रों के अनुसार, उदया तिथि में तीन मुहूर्त जरूरी हैं। एक मुहूर्त 24 मिनट का होता है। तीन मुहूर्त यानी 72 मिनट चाहिए। इस साल पूर्णिमा तिथि 9 अगस्त को 1:25 बजे तक है। पंडित राज मिश्रा के अनुसार, यह समय राखी बांधने के लिए शुभ है। अगर तिथि कम होती, तो अगले दिन राखी बांधी जाती। लोग पंचांग देखकर समय चुनेंगे।

पीरियड्स में राखी बांधने का नियम

पीरियड्स में महिलाएं राखी बांध सकती हैं। लेकिन देवी-देवताओं की मूर्ति या पवित्र पौधों को स्पर्श नहीं करेंगी। शास्त्रों में यह निषेध है। बहनें भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध सकती हैं। यह नियम हिमाचल में भी माना जाता है। पूजा से पहले शुद्धता जरूरी है। बहनें इस नियम का पालन करेंगी। राखी बांधने में कोई बाधा नहीं है।

पर्व की तैयारियां

हिमाचल में रक्षाबंधन की तैयारियां जोरों पर हैं। बाजारों में राखी की दुकानें सजी हैं। बहनें रंग-बिरंगी राखियां खरीद रही हैं। लोग मिठाइयों और उपहारों की खरीदारी कर रहे हैं। परिवार इस पर्व को उत्साह से मनाएंगे। शुभ मुहूर्त में राखी बांधने की परंपरा निभाई जाएगी। यह पर्व परिवारों को एकजुट करता है। लोग खुशी से त्योहार मनाएंगे।

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शास्त्रों का पालन

हिंदू शास्त्रों के अनुसार, रक्षाबंधन में नियमों का पालन जरूरी है। शुभ मुहूर्त में राखी बांधना शुभ माना जाता है। सूतक और अशुद्धता के नियमों का ध्यान रखा जाता है। हिमाचल में लोग परंपराओं का सम्मान करते हैं। पंडितों से शुभ समय की जानकारी ली जाती है। यह पर्व भाई-बहन के प्रेम को मजबूत करता है। लोग इसे पूरी श्रद्धा से मनाते हैं।

हिमाचल में उत्साह

हिमाचल में रक्षाबंधन को लेकर उत्साह है। लोग परिवारों के साथ पर्व मनाएंगे। बहनें भाइयों की लंबी उम्र की कामना करेंगी। राखी की दुकानों पर भीड़ बढ़ रही है। बच्चे और युवा इस दिन का इंतजार कर रहे हैं। शुभ मुहूर्त में राखी बांधने की तैयारी है। यह पर्व हिमाचल में खुशी और एकता का प्रतीक है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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