Rajasthan News: इंदिरा ग्रुप ऑफ कंपनीज के मालिक के साथ हुई धोखाधड़ी में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। उदयपुर पुलिस ने मशहूर फिल्ममेकर विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी को गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों पर 30 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप है। पुलिस ने उन्हें मुंबई से पकड़ा और सोमवार रात सड़क मार्ग से उदयपुर लेकर पहुंची। अब दोनों आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। यह मामला Rajasthan News में चर्चा का विषय बना हुआ है।
गिरफ्तारी के वक्त हुआ हंगामा
उदयपुर के डीएसपी छगन राजपुरोहित ने गिरफ्तारी की पूरी कहानी बताई। पुलिस जब विक्रम भट्ट के फ्लैट पर पहुंची तो उनके पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर ने टीम को रोका। वह पुलिस से बहस करने लगा। विक्रम और उनकी पत्नी फ्लैट के अंदर से सीसीटीवी में सब देख रहे थे। पुलिस को करीब आधा घंटा दरवाजा खुलने का इंतजार करना पड़ा। दरवाजा खुलने के बाद भी आरोपियों ने पुलिस के साथ काफी बहस की।
मुंबई में चार दिन से जमी थी पुलिस
विक्रम भट्ट को पकड़ने के लिए उदयपुर पुलिस की टीम चार दिन से मुंबई में थी। पुलिस लगातार उनके संभावित ठिकानों पर नजर रख रही थी। विक्रम कब घर से निकल रहे हैं और कब आ रहे हैं, इसकी खुफिया निगरानी हो रही थी। रविवार को मुंबई पुलिस की मदद से आखिरकार विक्रम और श्वेतांबरी को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद पुलिस टीम उन्हें गाड़ी से लेकर उदयपुर आई।
पत्नी की बायोपिक का दिया था झांसा
डॉक्टर अजय मुर्डिया ने 17 नवंबर को 8 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि एक इवेंट में उनकी मुलाकात दिनेश कटारिया से हुई थी। कटारिया ने मुर्डिया को उनकी पत्नी पर बायोपिक बनाने का आइडिया दिया। इसके बाद 24 अप्रैल 2024 को उन्हें मुंबई के वृंदावन स्टूडियो बुलाया गया था। यहीं पर ठगी की साजिश रची गई।
100 से 200 करोड़ के मुनाफे का लालच
दिनेश कटारिया ने डॉक्टर मुर्डिया की मुलाकात विक्रम भट्ट से करवाई। आरोपियों ने 4 फिल्में बनाने का प्रस्ताव रखा। इसका बजट 47 करोड़ रुपये बताया गया। उन्होंने झांसा दिया कि इन फिल्मों की रिलीज से 100 से 200 करोड़ रुपये का मुनाफा होगा। मुर्डिया ने विश्वास करके अलग-अलग खातों में पैसे भेजना शुरू कर दिया।
फिल्मों के नाम पर करोड़ों वसूले
डीएसपी ने बताया कि आरोपियों ने स्टाफ और अन्य लोगों के खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए। अमनदीप, मुदित, फरजाना और अन्य के खातों में लाखों रुपये भेजे गए। इंदिरा एंटरटेनमेंट की तरफ से कुल 42 करोड़ 70 लाख रुपये का भुगतान किया गया। जबकि डील 47 करोड़ में 4 फिल्में बनाने की हुई थी। काम नहीं होने पर पीड़ित ने पुलिस की शरण ली।
