बच्चों के अश्लील वीडिया इंटरनेट मीडिया में अपलोड करने वाले 11 आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस को वरिष्ठ कार्यालय के माध्यम से एनसीआरबी नई दिल्ली की साइबर सेल से जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई थी। जिसके बाद साइबर की टीम ने नंबर के आधार पर अपलोड करने वालों की पहचान की।
जिले के नौ थाने के 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों को गिरफ्तार से घटना में प्रयुक्त 10 नग मोबाइल फोन और 11 सिम जब्त किया गया है। इनके खिलाफ आइटी एक्ट और पाक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत अपराध कायम कर जेल भेज दिया गया।
मंगलवार को कंट्रोल रूम में मामले का राजफाश करते हुए एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि मोबाइल नंबरों के अज्ञात धारकों द्वारा बच्चों से संबंधित बच्चों के अश्लील वीडियो अपलोड कर प्रसारित करने की जानकारी प्राप्त हुई। जिसके आधार पुलिस ने जांच शुरू कर अलग-अलग थाना क्षेत्र से आरोपितों को गिरफ्तार किया।
थाना पंडरी से आरोपित सुरेश चंद निवासी पंचवटी नगर कांपा, थाना कबीर नगर से सरोज साहू निवासी अटल आवास, थाना मंदिर हसौद से विनय कुमार यादव निवासी गिरोद ग्राम टेकारी, थाना पुरानी बस्ती से अतुल राव निवासी भीम नगर, थाना खमतराई से बबलू गोस्वामी निवासी फाफाडीह चौक, थाना खरोरा से आरोपित योगेश वर्मा निवासी ग्राम केसला को गिरफ्तार किया गया।
वहीं, थाना धरसींवा से अंसारी निवासी सांकरा, भेनू यादव निवासी टांडा, रोहन धुरंधर निवासी लोधीपारा को धरसींवा थाना पुलिस ने पकड़ा। थाना डीडी नगर से विजय वर्मा निवासी भाठागांव चौक रायपुर, वहीं थाना गोलबाजार से शुभम सिंह निवासी शास्त्री बाजार को गिरफ्तार किया गया।
सर्च और शेयर करना भी अपराध
इंटरनेट पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी सर्च करना या इससे संबंधित कोई भी वीडियो शेयर करना अपराध है। ऐसे मामलों में आइटी एक्ट की धारा 67बी के तहत मुकदमा दर्ज किया जाता है। इसमें पांच साल की सजा हो सकती है। अधिकारियों के मुताबिक, नेशनल क्राइम फार मिसिंग एंड एक्सप्लोइटेड चिल्ड्रन इस पर नजर रखती है ।
चाइल्ड पोर्नोग्राफी के आंकड़े
वर्ष – मामले
2020 – 28
2021- 39
2022 – 35 (अब तक)