Himachal News: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। मंडी और कुल्लू सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। 400 से अधिक सड़कें बंद हैं। नेशनल हाईवे भी प्रभावित है। 704 बिजली ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं। 178 पानी की योजनाएं ठप हैं। मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है। एसडीएमए ने 208 मौतों की पुष्टि की है। लोगों से नदी-नालों से दूर रहने की अपील की गई है।
मंडी और कुल्लू में सबसे ज्यादा नुकसान
मंडी में 240 सड़कें बंद हैं। 300 बिजली लाइनें खराब हो चुकी हैं। कुल्लू में 99 रोड्स ब्लॉक हैं। नेशनल हाईवे-305 पर भूस्खलन हुआ। कई जगह सड़कें पूरी तरह गायब हैं। अधिकारियों ने वैकल्पिक रास्तों का उपयोग शुरू किया है। भारी बारिश के कारण मरम्मत कार्य में देरी हो रही है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
बिजली और पानी की सप्लाई पर असर
कांगड़ा में 72 ट्रांसफार्मर खराब हैं। शिमला, सिरमौर, चंबा, सोलन, बिलासपुर और ऊना में भी बिजली-पानी की सप्लाई बाधित है। मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। बारिश के कारण कार्य में रुकावट आ रही है। एसडीएमए ने अस्थायी मरम्मत के जरिए कनेक्टिविटी बनाए रखने की कोशिश की है। लोगों से जरूरी यात्रा से बचने की अपील की गई है।
कुल्लू में बादल फटने से हालात गंभीर
कुल्लू के शारोड़ नाला में बादल फटने की घटना हुई। बरोई नाला में पानी का स्तर बढ़ गया। यह नाला शारोड़ नाला से जुड़ा है। सेंट्रल वॉटर कमीशन और लोक निर्माण विभाग ने स्थिति पर नजर रखी है। भारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों के पास न जाने की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग का ऑरेंज और येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने 11 और 12 अगस्त के लिए अलर्ट जारी किया है। तीन जिलों में ऑरेंज अलर्ट है। बाकी जिलों में येलो अलर्ट लागू है। भारी बारिश की संभावना जताई गई है। एसडीएमए ने लोगों से सावधानी बरतने को कहा है। गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। प्रशासन हालात पर नजर रखे हुए है।
मॉनसून ने ली 208 लोगों की जान
एसडीएमए के अनुसार, इस मॉनसून में 208 लोगों की मौत हुई है। 112 लोग भूस्खलन, बाढ़ और घर गिरने से मरे। 96 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई। सबसे ज्यादा नुकसान मंडी और कुल्लू में हुआ। प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किए हैं। प्रभावित इलाकों में बचाव दल तैनात हैं। लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है।
