Delhi News: संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सरकार विदेशी नेताओं को विपक्ष के नेता से मिलने की परंपरा तोड़ रही है. विपक्ष के अन्य नेताओं ने भी इस मामले में सरकार पर निशाना साधा. इस आरोप पर विदेश मंत्रालय (MEA) ने तुरंत बयान जारी किया है. MEA ने 5 विदेशी नेताओं की सूची जारी की है, जो हाल ही में राहुल गांधी से मिल चुके हैं.
विपक्ष के नेता का आरोप क्या था?
गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि विदेश से आने वाले नेता विपक्ष के नेता से भी मिलते थे. यह अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के समय की एक मजबूत परंपरा थी. उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार विदेशी मेहमानों को संदेश भेजती है कि वे विपक्ष के नेता से मुलाकात न करें. राहुल ने कहा कि विपक्ष का नेता भी भारत का प्रतिनिधित्व करता है. उन्होंने इसे प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्रालय की ‘असुरक्षा’ का परिणाम बताया.
MEA ने जारी की 5 नेताओं की सूची
विदेश मंत्रालय (MEA) ने राहुल गांधी के इन आरोपों का खंडन किया है. MEA ने 9 जून 2024 से विपक्ष के नेता से मुलाकात करने वाले विदेशी प्रधानमंत्रियों की सूची दी है. ये नेता राहुल गांधी से मिले हैं:
- बांग्लादेश की पूर्व PM शेख हसीना (10 जून 2024)
- वियतनाम के PM फाम मिन्ह चिंग (1 अगस्त 2024)
- मलेशिया के PM अनवर इब्राहिम (21 अगस्त 2024)
- मॉरिशस के PM नवीनचंद्र रामगुलाम (16 सितंबर 2025)
- न्यूजीलैंड के PM क्रिस्टोफर लक्सन (8 मार्च 2025)
बैठकों पर विदेश मंत्रालय का रुख
MEA सूत्रों के अनुसार, विदेशी नेताओं के दौरे के दौरान मंत्रालय सरकारी अधिकारियों और संस्थाओं के साथ बैठक आयोजित करता है. इन आधिकारिक वार्ताओं के अलावा विदेशी नेता कहाँ मुलाकात करते हैं, यह फैसला सरकार नहीं करती. विदेशी मेहमानों की अन्य बैठकें उनके डेलिगेशन पर निर्भर करती हैं. सरकार का इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं होता है.
