Himachal News: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष विनय कुमार ने नेशनल हेराल्ड मामले में अदालत के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यंग इंडियन मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई अवैध थी। विनय कुमार ने इसे सत्य की जीत बताया है। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध और द्वेष का आरोप लगाया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पिछले एक दशक से विपक्ष को दबाने की कोशिश हो रही थी।
अदालत के फैसले से सरकार बेनकाब
विनय कुमार ने मंगलवार को कहा कि ईडी का यह मामला उसके अधिकार क्षेत्र से बाहर था। उन्होंने बताया कि इस मामले में कोई एफआईआर भी दर्ज नहीं थी। बिना एफआईआर के जांच करना कानूनन गलत है। राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व को परेशान करने के लिए यह साजिश रची गई थी। अदालत के फैसले ने सरकार की बदनीयत को पूरी तरह बेनकाब कर दिया है। यह फैसला साबित करता है कि जांच एजेंसियां दबाव में काम कर रही थीं।
आरोपों को बताया राजनीति से प्रेरित
प्रदेश अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला कभी था ही नहीं। राहुल गांधी की छवि खराब करने के लिए निम्न स्तर की राजनीति की गई। सरकार ने उनके सम्मान पर हमला करने की कोशिश की। लेकिन अब सभी निराधार आरोप धराशायी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सत्य और जनता के अधिकारों की लड़ाई लड़ती रहेगी। यह फैसला न्याय व्यवस्था में लोगों का भरोसा बढ़ाएगा।
रेणुका विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर विनय कुमार
विधायक विनय कुमार 17 दिसंबर से अपने क्षेत्र रेणुका के दौरे पर रहेंगे। वे बुधवार सुबह चंडीगढ़ से नाहन होते हुए दोपहर एक बजे रेणुका पहुंचेंगे। वे 18 दिसंबर को रजाणा स्कूल में नए विज्ञान भवन का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे वार्षिक समारोह की अध्यक्षता भी करेंगे। 19 दिसंबर को भवाई पंचायत में नई पेयजल योजना और संपर्क सड़क का उद्घाटन किया जाएगा।
करोड़ों की योजनाओं का करेंगे उद्घाटन
विनय कुमार 20 दिसंबर को लोक निर्माण विभाग की सड़क का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा गेहल डिमैन में स्वास्थ्य उप केंद्र और महिला मंडल भवन जनता को सौंपेंगे। दौरे के आखिरी दिन 21 दिसंबर को वे पुनरधार में नए पंचायत घर का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे शाम को शिमला लौट आएंगे। इस दौरान वे जनसमस्याएं भी सुनेंगे।
1971 के शहीदों को किया नमन
इससे पहले, विनय कुमार ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी के नेतृत्व में सेना ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे। इस युद्ध में हिमाचल के 261 वीर सैनिकों ने अपनी शहादत दी थी। उन्होंने विजय दिवस पर सेना के शौर्य और पराक्रम को याद किया। यह जीत भारत की एकता और अखंडता की मिसाल है।
