Delhi News: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार लोकतंत्र को नष्ट करने वालों को बचा रहे हैं। गांधी ने दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कहीं। इस पर हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
राहुल गांधी ने कर्नाटक विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि चुनावों से पहले कांग्रेस समर्थकों के वोट जानबूझकर हटाए जा रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से कर्नाटक सीआईडी द्वारा मांगी गई जानकारी एक सप्ताह के भीतर देने की मांग की। गांधी ने कहा कि ऐसा न करने पर यह स्पष्ट हो जाएगा कि आयोग संविधान की हत्या में शामिल है।
मंडी में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहीं कंगना रनौत ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वोट चोरी के आरोप केवल बिहार और उत्तर प्रदेश में लगाए जा रहे हैं। कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश या पंजाब जैसे राज्यों में इस तरह के आरोप नहीं लगाए जाते।
रनौत ने कहा कि यह एक तरह का हास्य और मजाक है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष की विकास में कोई रुचि नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि कोई सबूत है तो कोर्ट में केस दर्ज करवाया जा सकता है। मीडिया ट्रायल करने और लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।
भाजपा सांसद ने कहा कि इस तरह के बयान देकर संविधान का अपमान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बुरे हारने वाले की तरह व्यवहार है। रनौत ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि जब कोई खाना नहीं बना पाता तो वह थाली पर थूक देता है।
चुनाव आयोग ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद आगामी चुनावों को लेकर हो रही राजनीति का हिस्सा है। दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस जारी है।
यह मामला देश की चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर चल रही बहस को और बढ़ावा देगा। नागरिक समाज के सदस्यों ने चुनाव सुधारों की मांग को फिर से उठाया है। भविष्य में इस विवाद के और बढ़ने की संभावना है।
