Amritsar News: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सोमवार को पंजाब के बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा करेंगे। वह अमृतसर और गुरदासपुर में प्रभावित नागरिकों और किसानों से सीधा संवाद करेंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य बाढ़ से हुई व्यापक क्षति का जायजा लेना और पीड़ितों की चिंताओं को सुनना है।
राहुल गांधी सुबह साढ़े नौ बजे अमृतसर के श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचेंगे। एयरपोर्ट से वह सीधे अजनाला क्षेत्र के रमदास गांव की ओर रवाना होंगे। यहां वह स्थानीय निवासियों से मुलाकात कर उनके अनुभवों को समझेंगे।
इसके बाद उनका अगला पड़ाव गुरदासपुर जिला होगा। गुरदासपुर में बाढ़ ने खेती को भारी नुकसान पहुंचाया है। राहुल गांधी वहां किसानों से बातचीत कर धान की फसलों को हुए नुकसान का आकलन करेंगे। वह स्थिति की गंभीरता को समझने का प्रयास करेंगे।
सोशल मीडिया पर व्यक्त की चिंता
बाढ़ पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने पंजाब के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर भी दुख व्यक्त किया। उन्होंने केंद्र सरकार से तत्काल राहत कार्यों में तेजी लाने का आग्रह किया।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि इस संकट की घड़ी में लोगों तक हर संभव मदद पहुंचाई जाए। उनके अनुसार, सभी प्रभावित क्षेत्रों के लिए तत्काल एक विशेष राहत पैकेज जारी किया जाना चाहिए। साथ ही पीड़ितों के पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
रवनीत सिंह बिट्टू का तंज
राहुल गांधी के दौरे पर भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने सवाल उठाए हैं। लुधियाना के पूर्व सांसद बिट्टू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखी। उन्होंने आरोप लगाया कि जब पंजाब डूब रहा था, तब राहुल गांधी छुट्टियां मना रहे थे।
बिट्टू ने लिखा कि उपराष्ट्रपति चुनाव के समय वह मलेशिया में थे। उन्होंने इस दौरे को लोगों का दर्द मिटाने के बजाय सियासी ड्रामा बताया। बिट्टू का मानना है कि यह यात्रा वास्तविक सहानुभूति के स्थान पर राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित है।
बाढ़ ने पंजाब के विभिन्न जिलों में व्यापक तबाही मचाई है। अमृतसर और गुरदासपुर सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं। किसानों की धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। इससे राज्य के कृषि क्षेत्र को गंभीर झटका लगने की आशंका है।
राहुल गांधी की यह यात्रा विपक्ष की ओर से एक प्रमुख जमीनी आकलन है। यह दौरा सरकार पर राहत कार्यों को गति देने का दबाव बनाने के लिए भी देखा जा रहा है। राज्य में बाढ़ एक प्रमुख चुनौती बनी हुई है और तत्काल ध्यान की मांग कर रही है।
