Berlin News: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरएसएस प्रमुख पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि संघ की विचारधारा में सच की कोई कीमत नहीं है। उनके लिए सिर्फ सत्ता ही सबसे अहम है। राहुल गांधी अभी जर्मनी की यात्रा पर हैं। उन्होंने वहां प्रवासी भारतीयों के सामने यह बात कही। उन्होंने कांग्रेस को सच की रक्षा करने वाली पार्टी बताया।
सत्य और सत्ता की लड़ाई
राहुल गांधी ने बर्लिन में ‘कनेक्टिंग कल्चर्स’ कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत की पूरी संस्कृति सत्य पर आधारित है। कांग्रेस हमेशा इसी रास्ते पर चलती है। लेकिन आरएसएस का नेतृत्व अलग सोच रखता है। वे खुले तौर पर कहते हैं कि सच का कोई महत्व नहीं है। वे केवल सत्ता को ही सर्वोपरि मानते हैं। यह भारतीय परंपरा के बिल्कुल विपरीत है।
मोहन भागवत ने क्या कहा था?
हाल ही में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने अंडमान में कहा था कि दुनिया सच को नहीं देखती है। दुनिया केवल शक्ति और ताकत का सम्मान करती है। जिसके पास ताकत है, दुनिया उसी को मानती है। राहुल गांधी ने इसी सोच को गलत बताया। उन्होंने कहा कि हर धर्म का मूल संदेश सत्य के साथ खड़ा होना ही है।
छात्रों और प्रवासियों से संवाद
राहुल गांधी ने बर्लिन के हर्टी स्कूल में छात्रों और शिक्षाविदों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र केवल शासन चलाने की व्यवस्था नहीं है। यह जिम्मेदारी और जवाबदेही की एक प्रक्रिया है। उन्होंने प्रवासी भारतीयों को भारत के मूल्यों का सच्चा प्रतिनिधि बताया। उन्होंने बदलते वैश्विक माहौल में भारत की भूमिका पर भी अपने विचार रखे।
जर्मन नेताओं के साथ अहम बैठकें
अपनी इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने जर्मनी के कई बड़े नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्स के साथ लंच पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने वैश्विक मुद्दों और भारत-जर्मनी व्यापार पर बात की। इसके अलावा उन्होंने जर्मन पर्यावरण मंत्री से भी मुलाकात की। इसमें जलवायु परिवर्तन और टिकाऊ समाधानों पर चर्चा हुई। कांग्रेस ने इस यात्रा को काफी महत्वपूर्ण बताया है।
