Punjab News: पंजाब के मोहाली में सोमवार शाम सरेआम गुंडागर्दी का मामला सामने आया है. सोहाना में चल रहे एक टूर्नामेंट के दौरान कबड्डी खिलाड़ी कंवर दिग्विजय सिंह उर्फ राणा बलाचौरिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बाइक पर आए हमलावरों ने राणा के सिर पर कई गोलियां दागीं. इस हत्या की जिम्मेदारी बबीहा गैंग ने ली है. यह घटना मशहूर पंजाबी सिंगर मनकीरत औलख के आने से ठीक पहले हुई. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है.
मैच के दौरान हुई वारदात
घटना सोमवार शाम की है. मोहाली के सोहाना में कबड्डी कप चल रहा था. राणा बलाचौरिया वहां अपनी टीम को प्रमोट करने पहुंचे थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाइक सवार तीन युवक वहां आए. उन्होंने राणा का फैन बताकर उनके साथ फोटो खिंचवाने की बात कही. पास आते ही हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. राणा को तुरंत फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. एसएसपी मोहाली हरमन दीप सिंह हंस ने बताया कि आरोपियों ने धोखे से पास बुलाकर गोली चलाई.
बबीहा गैंग ने बताया मूसेवाला का बदला
इस हत्या के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुई. इसमें बबीहा गैंग ने राणा की हत्या की जिम्मेदारी ली है. पोस्ट में लिखा गया कि राणा बलाचौरिया हमारे विरोधी जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई की मदद करता था. गैंग ने आरोप लगाया कि राणा ने सिद्धू मूसेवाला के हत्यारों को पनाह दी थी. पोस्ट में दावा किया गया कि यह मूसेवाला की मौत का बदला है. गैंग ने अन्य खिलाड़ियों को भी चेतावनी दी है.
रॉयल फैमिली से था संबंध, 11 दिन पहले हुई थी शादी
कंवर दिग्विजय सिंह उर्फ राणा मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के ऊना के एक राजशाही परिवार से थे. उनके परदादा एक रियासत के राजा थे. राणा का परिवार लंबे समय से पंजाब के नवांशहर (बलाचौर) में बसा हुआ था. राणा ने देहरादून की एक युवती से लव मैरिज की थी. दुखद बात यह है कि शादी के महज 11 दिन बाद ही उनकी हत्या हो गई. वह कबड्डी के साथ-साथ मॉडलिंग और गानों में भी करियर बनाने की योजना बना रहे थे.
हत्या पर गरमाई पंजाब की सियासत
इस घटना के बाद Punjab News में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी की सरकार को घेरा है. कांग्रेस अध्यक्ष राजा वड़िंग ने कहा कि पंजाब में कानून का डर खत्म हो चुका है. वहीं, शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल ने इसे सरकार की नाकामी बताया. भाजपा नेता परमिंदर सिंह बारड ने भी सवाल उठाए कि पुलिस की मौजूदगी में सरेआम हत्या कैसे हो गई. सभी दलों ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गहरी चिंता जताई है.
