Punjab News: पंजाब के फगवाड़ा शहर में सोमवार को तनाव का माहौल है। शिवसेना के एक नेता और उनके पुत्र पर हुए सीधे हमले के विरोध में शहर बंद का आह्वान किया गया है। बाजार पूरी तरह से बंद हैं और प्रमुख सड़कों पर जबरदस्त प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारी पुलिस और प्रशासन पर कार्रवाई न करने का आरोप लगा रहे हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल मौके पर तैनात है।
यह विवाद गौशाला बाजार में हुई एक हिंसक घटना के बाद शुरू हुआ। शिवसेना पंजाब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इंद्रजीत करवल के पुत्र जिम्मी करवल पर अज्ञात युवकों के एक समूह ने हमला किया। हमलावरों ने उन पर गोलियां चलाईं और उनकी गंभीर पिटाई की। इस दौरान जिम्मी करवल के सिर में गहरे घाव आए और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
पिता को भी नहीं छोड़ा हमलावरों ने
जब इंद्रजीत करवल कोअपने बेटे पर हमले की खबर मिली तो वह तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। मगर हमलावरों ने उन पर भी धावा बोल दिया। उन्होंने इंद्रजीत को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया। पिता-पुत्र दोनों को फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि दोनों का इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
राजनीतिक हस्तियों ने अस्पताल का दौरा किया
इस मामलेने तुरंत ही राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी। घटना की सूचना मिलते ही फगवाड़ा के मेयर रामपाल उप्पल और विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायल नेताओं से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इसी दौरान डीएसपी भारत भूषण समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी वहां मौजूद रहे।
प्रशासन के खिलाफ उबला स्थानीय जनता का गुस्सा
स्थानीय निवासियोंऔर शिवसेना कार्यकर्ताओं का कहना है कि कपूरथला पुलिस और प्रशासन पूरी तरह विफल रहा है। उनका आरोप है कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण ही स्थिति इतनी बिगड़ी है। लोग सड़कों पर उतरकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। उनकी मांग है कि हमलावरों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और कड़ी कार्रवाई की जाए।
शहर में जीवन ठप्प पड़ा है
19 नवंबर कोहुए शहर बंद के कारण फगवाड़ा का सामान्य जीवन प्रभावित हुआ है। सभी बाजार और दुकानें बंद हैं। वाहनों का आवागमन भी बाधित है। शिवसेना और हिंदू संगठनों के नेता और उनके समर्थक मुख्य मार्गों पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने तब तक शहर बंद जारी रखने की बात कही है जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जातीं।
पुलिस ने हालात पर कड़ी नजर रखी हुई है। अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं और हमलावरों की पहचान के लिए कार्रवाई कर रहे हैं। सुरक्षा बलों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है ताकि हिंसा न फैले। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाया है।
