Himachal News: सोलन जिले के अर्की उपमंडल में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सरयांज-बाड़ीधार से ऊपरली पम्बड़ सड़क पर लगी शिलान्यास पट्टिका को अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया है। यह शिलान्यास पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किया गया था। अर्की पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता राजेश कुमार ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी। उन्होंने सड़कों के निरीक्षण के दौरान टूटी हुई शिलान्यास पट्टिका देखी। तुरंत उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई और पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई गई।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
अर्की पुलिस ने लोक निर्माण विभाग की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। डीएसपी अर्की संदीप शर्मा ने इस मामले की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि जांच पड़ताल जारी है।
पुलिस का कहना है कि शीघ्र ही आरोपियों का पता लगा लिया जाएगा। police investigation टीम घटनास्थल का मुआयना कर चुकी है। स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूत जुटाए जा रहे हैं।
घटना की जानकारी कैसे मिली
सहायक अभियंता राजेश कुमार नियमित रूप से विभागीय सड़कों का निरीक्षण कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने टूटी हुई शिलान्यास पट्टिका देखी। यह सड़क लोक निर्माण विभाग अर्की के अधीन आती है। पट्टिका पूरी तरह से क्षतिग्रस्त पाई गई।
उन्होंने तुरंत इसकी सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। विभाग ने इसकी लिखित शिकायत अर्की पुलिस थाने में दर्ज कराई। public property को नुकसान पहुंचाना गंभीर अपराध माना जाता है। इसलिए त्वरित कानूनी कार्रवाई आवश्यक थी।
पुलिस की जांच जारी
डीएसपी संदीप शर्मा ने बताया कि पुलिस दो मुख्य बातों की जांच कर रही है। पहला यह कि इस घटना के पीछे कौन लोग हैं और दूसरा यह कि उनका मकसद क्या था। पुलिस को अभी तक किसी के बारे में ठोस जानकारी नहीं मिली है।
पुलिस स्थानीय गवाहों से बयान दर्ज कर रही है। आसपास के इलाकों में जांच की जा रही है। संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस का मानना है कि जल्द ही इस मामले में कुछ ठोस सुराग मिल जाएंगे।
सार्वजनिक संपत्ति का महत्व
सार्वजनिक संपत्ति समाज की साझा धरोहर होती है। इसमें सड़कें, पुल, सरकारी भवन और शिलापट्टिकाएं शामिल हैं। इनका संरक्षण हर नागरिक का कर्तव्य है। ऐसी घटनाएं समाज के लिए चिंता का विषय हैं।
सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना कानूनन दंडनीय अपराध है। इसके लिए कड़ी सजा का प्रावधान है। ऐसे मामलों में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है। पुलिस ऐसे तत्वों को पकड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
स्थानीय प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासी इस घटना से काफी नाराज हैं। उनका कहना है कि ऐसी हरकतें सभ्य समाज में बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। लोगों ने पुलिस से आग्रह किया है कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए।
कुछ लोगों का मानना है कि यह किसी की व्यक्तिगत दुश्मनी का नतीजा हो सकता है। वहीं कुछ लोग इसे राजनीतिक विरोध की कार्रवाई मान रहे हैं। पुलिस इन सभी पहलुओं पर गौर कर रही है। कोई भी संभावना नजरअंदाज नहीं की जा रही है।
भूतपूर्व मुख्यमंत्री का संबंध
टूटी हुई शिलान्यास पट्टिका का संबंध पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से है। उन्होंने ही इस सड़क परियोजना का शिलान्यास किया था। यह पट्टिका उस ऐतिहासिक घटना की याद दिलाती थी। अब इसके टूट जाने से स्थानीय लोगों में निराशा है।
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या यह घटना किसी राजनीतिक विरोध से प्रेरित थी। हालांकि अभी तक इस दिशा में कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। पुलिस बिना किसी पूर्वाग्रह के हर कोण से जांच कर रही है।
