Health News: प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में मूत्राशय के नीचे स्थित प्रोस्टेट ग्रंथि में होता है। यह धीरे-धीरे बढ़ता है, लेकिन कुछ मामलों में तेजी से फैलता है। शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। पेशाब में दिक्कत, रात में बार-बार पेशाब, या वीर्य में खून जैसे संकेतों पर ध्यान देना जरूरी है। समय पर जांच और स्वस्थ जीवनशैली से इस बीमारी से बचा जा सकता है।
शुरुआती लक्षणों को पहचानें
प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती लक्षणों में पेशाब करने में रुकावट, जलन, या बार-बार पेशाब आना शामिल है। रात में दो से अधिक बार पेशाब के लिए उठना भी संकेत हो सकता है। पेशाब या वीर्य में खून दिखना गंभीर लक्षण है। इन संकेतों को नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। समय पर जांच से इलाज की संभावना बढ़ जाती है।
दर्द और थकान पर ध्यान दें
जब प्रोस्टेट कैंसर फैलता है, तो पीठ, जांघ, या कूल्हे में लगातार दर्द हो सकता है। यह दर्द सामान्य थकान से अलग होता है। बिना कारण वजन घटना, भूख कम होना, और लगातार थकान भी कैंसर के संकेत हो सकते हैं। इन लक्षणों को गंभीरता से लें। 45 साल की उम्र के बाद नियमित स्वास्थ्य जांच जरूरी है।
बचाव के लिए आसान उपाय
प्रोस्टेट कैंसर से बचने के लिए 50 साल की उम्र के बाद हर साल PSA टेस्ट कराएं। यह ब्लड टेस्ट प्रोस्टेट की स्थिति बताता है। धूम्रपान और शराब से बचें। हरी सब्जियां, फल, और मछली खाएं। रोज 30 मिनट व्यायाम करें। तनाव कम करने के लिए योग और ध्यान करें। स्वस्थ जीवनशैली कैंसर के खतरे को कम करती है।
समय पर जांच जरूरी
प्रोस्टेट कैंसर का इलाज तभी सफल होता है, जब इसकी पहचान शुरुआत में हो। लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। खासकर 45 साल से अधिक उम्र के पुरुषों को नियमित जांच करानी चाहिए। स्वस्थ आहार, व्यायाम, और तनावमुक्त जीवनशैली अपनाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है।
