Himachal News: हिमाचल प्रदेश के शाहपुर उपमंडल के छोटे से गांव राख की दीक्षा कुमारी ने प्रोबेशनरी ऑफिसर के रूप में पंजाब एंड सिंध बैंक में चयनित होकर क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है। जगीर सिंह और निशा देवी की बेटी दीक्षा ने अपनी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया। उनकी इस उपलब्धि ने साबित किया कि छोटे गांवों के युवा भी कड़ी मेहनत से बड़े लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।
प्रारंभिक शिक्षा और यात्रा
दीक्षा ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई राजकीय प्राथमिक पाठशाला भटेच्छ से शुरू की। इसके बाद उन्होंने जमा दो तक की शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भटेच्छ से प्राप्त की। दीक्षा ने बीएससी डिग्री राजकीय डिग्री कॉलेज धर्मशाला से और एमएससी पंजाब यूनिवर्सिटी से पूरी की। उनकी शैक्षणिक यात्रा ने उन्हें प्रोबेशनरी ऑफिसर की प्रतियोगी परीक्षा में सफलता दिलाई। दीक्षा की इस उपलब्धि ने सरकारी स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता को भी रेखांकित किया।
परिवार और पृष्ठभूमि
दीक्षा के पिता जगीर सिंह चड़ी में केंद्र मुख्य शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। उनकी माता निशा देवी एक गृहिणी हैं। दीक्षा ने अपनी मेहनत और पारिवारिक समर्थन से यह उपलब्धि हासिल की। उनके परिवार का सहयोग और प्रोत्साहन उनकी सफलता का आधार बना। दीक्षा की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो छोटे गांवों से निकलकर बड़े सपने देखते हैं।
स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया
उपमुख्य सचेतक केवल पठानिया और खंड शिक्षा अधिकारी मिंटो देवी ने दीक्षा की उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि दीक्षा ने यह साबित किया कि मेहनत और लगन से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। उनकी इस सफलता ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे शाहपुर क्षेत्र का नाम रोशन किया। प्रोबेशनरी ऑफिसर के रूप में उनकी नियुक्ति युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।
सरकारी स्कूलों की ताकत
दीक्षा की सफलता ने सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने अपनी पढ़ाई सरकारी स्कूलों से शुरू की और उच्च शिक्षा के बाद प्रतिष्ठित बैंक में नौकरी हासिल की। यह उपलब्धि उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है जो सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। दीक्षा ने दिखाया कि सही दिशा में मेहनत से हर मुकाम हासिल किया जा सकता है।
