20 Summit: भारत G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी का लिए तैयार है। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को अपने मंत्रियों के साथ बैठक कर समिट से जुड़ी कई हिदायतें दी हैं। पीएम ने मंत्रियों को बताया है कि उन्हें इन दो दिनों में क्या करना है और क्या नहीं करना है।
ताकि बैठक में शामिल होने भारत पहुंच रहे दुनियाभर के नेताओं की मेहमाननवाजी का पूरा ख्याल रखा जाए और किसी तरह की असुविधा ना हो।
सूत्रों के मुताबिक मंत्रियों को अपने आधिकारिक वाहनों को छोड़कर भारत मंडपम और विभिन्न बैठकों के अन्य स्थानों तक पहुंचने के लिए खास तौर पर लगाई गई बसों का उपयोग करने के लिए कहा गया है। केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रियों से G20 इंडिया मोबाइल ऐप डाउनलोड करने के लिए भी कहा है।
पीएम की मंत्रियों को खास हिदायतें
प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रियों को निर्देशित किया है कि उन्हें G20 समिट के दौरान दिल्ली में मौजूद रहना है। पीएम ने खास तौर पर हिदायत दी है कि अधिकृत व्यक्ति के अलावा कोई भी G20 पर बयान ना दे। मंत्रियों को खास तौर पर कहा गया है कि 9 तारीख को आयोजित रात्रिभोज में हिस्सा लेने वाले मंत्री अपनी गाड़ियों से संसद भवन परिसर पहुंचे और बसों में बैठकर वेन्यू तक जाएं।
G20 कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक विदेशी महमानों के साथ बातचीत करते समय अनुवादक की सुविधा रहेगी, जिसका इस्तेमाल जरूरत के हिसाब से करना अनिवार्य है। G20 मोबाइल ऐप में सभी भारतीय भाषाओं और G20 देशों की भाषाओं को शामिल करते हुए एक ट्रांसलेशन सुविधा मौजूद रहेगी।
पीएम मोदी के निर्देश पर विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने मंत्रियों को प्रोटोकॉल और संबंधित मामलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। कुछ मंत्रियों को विदेशी महमानों के स्वागत के लिए तैनात किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री बघेल ने मंगलवार को दिल्ली पहुंचने पर नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू का स्वागत किया है।
लगभग एक घंटे तक चली केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक से पहले एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान मंत्रियों को बताया गया कि G20 के महत्व और इससे जुड़ी भारत साख को लेकर भी खास तौर पर ध्यान दिया जाना है।