Delhi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 अगस्त 2025 को दिल्ली में 7 लोक कल्याण मार्ग पर रक्षाबंधन मनाया। स्कूली छात्राओं और ब्रह्माकुमारी सदस्यों ने उन्हें राखी बांधी। बच्चों ने उत्साह से राखी बांधी और मिठाइयां दीं। मोदी ने बच्चों से बातचीत की और उनकी प्रशंसा की। उन्होंने X पर वीडियो साझा कर नारी शक्ति को धन्यवाद दिया।
बच्चों ने बांधी खास राखी
एक बच्ची ने नंदी की तस्वीर वाली राखी पीएम को बांधी। मोदी ने राखी की तारीफ की। बच्ची ने कहा कि मुझे नंदी और गंगा के बारे में पता है। इस पर मोदी ने खुशी जताई। बच्चों ने गीत गाए और योजनाओं का जिक्र किया। मोदी ने बच्चों को शाबासी दी। यह पल बेहद भावुक था।
स्कूली छात्राओं का उत्साह
छात्राओं ने राखी बांधकर खुशी जताई। एक बच्ची ने हाथ मिलाने की इच्छा जाहिर की। दूसरी ने प्रधानमंत्री बनने का सपना बताया। एक ने हार्ट बनाकर प्यार दिखाया। बच्चों ने गीत गाए, जिसमें मोदी की योजनाओं का वर्णन था। पीएम ने बच्चों के साथ बातचीत की। उन्होंने बच्चों के सवालों का जवाब दिया।
ब्रह्माकुमारी का योगदान
ब्रह्माकुमारी संगठन की महिलाओं ने भी राखी बांधी। यह संगठन विश्व की सबसे बड़ी महिला आध्यात्मिक संस्था है। उन्होंने राखी बांधकर मोदी को आशीर्वाद दिया। मोदी ने उनके लिए काम करने का वादा किया। यह उत्सव पारंपरिक और आधुनिक मूल्यों का मिश्रण था। बच्चों और महिलाओं ने मिलकर उत्सव को यादगार बनाया।
बच्चों ने जताया प्यार
बच्चों ने गले लगाकर और मुस्कुराकर प्यार दिखाया। कुछ ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया। एक बच्ची ने मोर की राखी बांधी। दूसरी ने कहा कि वह मोदी जैसा प्रधानमंत्री बनेगी। बच्चों ने गीत और कविताएं सुनाईं। मोदी ने उनकी प्रतिभा की सराहना की। यह उत्सव भाई-बहन के बंधन को दर्शाता था।
मोदी ने दी शुभकामनाएं
मोदी ने X पर रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उत्सव का वीडियो साझा किया। नारी शक्ति के विश्वास के लिए आभार जताया। बच्चों के साथ बिताए पल उनके लिए खास थे। उन्होंने बच्चों को आशीर्वाद दिया। यह उत्सव भारतीय संस्कृति और एकता को दर्शाता है। रक्षाबंधन का महत्व और बढ़ गया।
रक्षाबंधन का महत्व
रक्षाबंधन श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है। बहनें राखी बांधकर भाई की सलामती की दुआ करती हैं। भाई उनकी रक्षा का वादा करते हैं। 7 लोक कल्याण मार्ग पर यह उत्सव अनोखा था। बच्चों और महिलाओं ने इसे यादगार बनाया।
