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राष्ट्रपति मनोनयन: द्रौपदी मुर्मु ने चार प्रतिष्ठित हस्तियों को राज्यसभा के लिए चुना, जानें कौन-कौन हुए शामिल

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India News: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रविवार, 13 जुलाई 2025 को चार विशिष्ट व्यक्तियों को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया। इनमें पूर्व राजनयिक हर्ष श्रृंगला, वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम, इतिहासकार मीनाक्षी जैन और समाजसेवी सदानंदन मास्टर शामिल हैं। यह मनोनयन उनके क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान को सम्मानित करता है। इन हस्तियों का चयन देश की नीति-निर्माण प्रक्रिया में नई दृष्टि और अनुभव लाएगा।

हर्ष श्रृंगला: कूटनीति के दिग्गज

हर्ष श्रृंगला भारत के पूर्व विदेश सचिव हैं। उन्होंने अमेरिका में भारत के राजदूत के रूप में भी सेवा दी। कूटनीति और रणनीतिक मामलों में उनकी विशेषज्ञता उल्लेखनीय है। श्रृंगला ने वैश्विक मंच पर भारत के हितों को मजबूती से प्रस्तुत किया। उनका अनुभव राज्यसभा में विदेश नीति और रणनीतिक चर्चाओं को समृद्ध करेगा। राष्ट्रपति मनोनयन के जरिए उनकी उपलब्धियों को सम्मान मिला है। यह कदम भारत की कूटनीतिक विरासत को और मजबूत करेगा।

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उज्ज्वल निकम: आतंकवाद के खिलाफ कानूनी योद्धा

उज्ज्वल निकम देश के प्रसिद्ध विशेष सरकारी वकील हैं। उन्होंने 1993 के मुंबई बम धमाकों और 26/11 हमले जैसे हाई-प्रोफाइल मामलों में अभियोजन का नेतृत्व किया। निकम ने अजमल कसाब के खिलाफ मुकदमा लड़ा और जनता के गुस्से को दिशा देने के लिए कसाब की बिरयानी मांग की बात को रणनीतिक रूप से उजागर किया। उनकी कानूनी कुशलता ने कई आतंकियों को सजा दिलाई। यह मनोनयन उनके साहस को सम्मानित करता है।

मीनाक्षी जैन: इतिहास की गहन व्याख्याता

डॉ. मीनाक्षी जैन मध्यकालीन भारत की प्रख्यात इतिहासकार हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रह चुकीं जैन ने अयोध्या मंदिर और सती जैसे विषयों पर गहन शोध किया। उनकी पुस्तकें, जैसे राम के लिए युद्ध और देवताओं की उड़ान, ऐतिहासिक विमर्श को समृद्ध करती हैं। 2020 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उनका मनोनयन इतिहास और संस्कृति के प्रति उनकी निष्ठा का सम्मान है।

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सदानंदन मास्टर: समाज सेवा का प्रतीक

सदानंदन मास्टर ने वंचित वर्गों के लिए शिक्षा और जागरूकता को बढ़ावा दिया। अनुसूचित जातियों और जनजातियों के उत्थान में उनका योगदान अनुकरणीय है। जमीनी स्तर पर उनकी सक्रियता ने कई जिंदगियों को बदला। उनका समर्पण समाज सेवा का प्रेरक उदाहरण है। राष्ट्रपति मनोनयन उनके अथक प्रयासों को मान्यता देता है। यह कदम सामाजिक समावेश को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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