Shimla News: बॉलीवुड अभिनेत्री प्रीति जिंटा ने हिमाचल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा के बाद राहत कार्यों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है। उन्होंने अपनी आईपीएल टीम पंजाब किंग्स की ओर से 30 लाख रुपये की सहायता राशि दी है। यह राशि मंडी और कुल्लू जिलों में हुए भारी नुकसान से निपटने के लिए जारी की गई है। इस सहायता को शिमला के एक सामाजिक संगठन को सौंपा गया है।
प्रीति जिंटा ने यह राशि शिमला के सर्बजीत सिंह बॉबी की संस्था को प्रदान की। सर्बजीत सिंह बॉबी ने इस सहयोग के लिए प्रीति जिंटा और पंजाब किंग्स का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि यह योगदान मंडी और कुल्लू में चल रहे राहत कार्यों में सहायता के लिए है। उन्होंने कहा कि इस समय कुल्लू जिले के गांवों को सबसे अधिक मदद की आवश्यकता है।
सर्बजीत बॉबी ने आगे कहा कि उनकी टीम पहले से ही मंडी के सराज क्षेत्र में काम कर रही है। अब उनका मुख्य ध्यान कुल्लू जिले पर है। विशेष रूप से बंजार और सैंज जैसे क्षेत्रों में लोग अभी भी मदद का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि राहत कार्यों को तेज गति से पहुंचाने की जरूरत है।
कुल्लू जिले की गंभीर स्थिति
कुल्लू जिले में इस आपदा का प्रभाव बहुत गंभीर है। जिले के कुल 69 से अधिक गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कई गांव तो पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। इन तबाह गांवों तक राहत पहुंचाना भी एक बड़ी चुनौती बन गया है। सड़कों के धंसने और बह जाने से कई इलाके दुर्गम हो गए हैं।
मातला गांव की स्थिति बहुत खराब है। वहां एक किलोमीटर से ज्यादा लंबी दरार पड़ गई है। गांव की सड़कें भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इससे गांव वालों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने व्यापक तबाही मचाई है। भूस्खलन और बाढ़ ने जनजीवन को ठप कर दिया है। राज्य सरकार और एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में लगी हुई हैं। सेना भी मदद के लिए तैनात है। कई लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए मदद की अपील की है।
प्रीति जिंटा का यह कदम सामाजिक जिम्मेदारी का एक उदाहरण है। उन्होंने पहले भी ऐसे मौकों पर मदद की है। उनकी टीम पंजाब किंग्स ने भी इस पहल का समर्थन किया है। इससे प्रभावित लोगों को काफी राहत मिलेगी। अन्य हस्तियों से भी ऐसे प्रयासों में आगे आने की उम्मीद है।
स्थानीय संगठन लगातार काम कर रहे हैं। वे प्रभावितों तक राशन, दवाएं और अन्य जरूरी सामान पहुंचा रहे हैं। मौसम के थोड़ा शांत होने से राहत कार्यों को गति मिली है। हालांकि, अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। दूर-दराज के इलाकों में मदद पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती है।
सरकार ने राहत और पुनर्वास के लिए फंड जारी किए हैं। केंद्र सरकार ने भी हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। इस आपदा ने बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। सड़कों, पुलों और घरों की मरम्मत का काम चल रहा है। सामान्य स्थिति बहाल होने में अभी समय लगेगा।
