Auto News: किआ कार कंपनी ने अपने सर्टिफाइड प्री-ओन्ड कार्यक्रम में बड़ा बदलाव किया है। कंपनी ने वारंटी अवधि और सर्टिफिकेशन सीमा दोनों को बढ़ा दिया है। अब सात साल पुरानी किआ कारें भी सर्टिफाइड की जाएंगी। इसके साथ ही ग्राहकों को दो साल या 40,000 किलोमीटर तक की वारंटी मिलेगी। यह कदम प्री-ओन्ड कार बाजार में नया मानक स्थापित करेगा।
पहले किआ केवल पांच साल पुरानी कारों को ही सर्टिफाइड करती थी। नई नीति में इसे बढ़ाकर सात साल कर दिया गया है। इससे ग्राहकों को अधिक विकल्प मिलेंगे। सीमित बजट वाले खरीदार भी अब भरोसेमंद किआ कारें खरीद सकते हैं। यह फैसला कार निर्माताओं के बीच एक नया ट्रेंड शुरू कर सकता है।
लंबी वारंटी से बढ़ा भरोसा
किआ कीप्री-ओन्ड कारों पर अब दो साल या 40,000 किलोमीटर तक की वारंटी मिलेगी। यह सेगमेंट में सबसे लंबी वारंटी में से एक है। अन्य ब्रांड की कारों पर एक साल या 15,000 किलोमीटर की वारंटी दी जाएगी। लंबी वारंटी ग्राहकों के विश्वास को बढ़ाती है। इससे कार की गुणवत्ता पर कंपनी का भरोसा भी दिखता है।
175 पॉइंट जांच प्रक्रिया
हर कार कोसर्टिफाइड होने से पहले 175 पॉइंट्स पर जांचा जाता है। इस जांच में इंजन, ब्रेक, सस्पेंशन और इलेक्ट्रिकल सिस्टम शामिल हैं। इंटीरियर और एक्सटीरियर की भी पूरी जांच होती है। केवल सख्त मानकों पर खरी उतरने वाली कारों को ही सर्टिफाइड किया जाता है। यह प्रक्रिया ग्राहकों को बेहतर गुणवत्ता वाली कारें उपलब्ध कराती है।
देशभर में विस्तार नेटवर्क
किआ केपूरे भारत में 114 सर्टिफाइड प्री-ओन्ड आउटलेट्स हैं। कंपनी इस नेटवर्क को और बढ़ाने की योजना बना रही है। आने वाले समय में छोटे शहरों में भी यह सुविधा उपलब्ध होगी। विस्तृत नेटवर्क ग्राहकों के लिए सुविधाजनक साबित हो रहा है। हर क्षेत्र के ग्राहक अब आसानी से सर्टिफाइड प्री-ओन्ड कारें खरीद सकते हैं।
यह फैसला प्री-ओन्ड कार बाजार के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। ग्राहकों को लंबी वारंटी और बेहतर सर्टिफिकेशन मिल रहा है। किआ कारों की रीसेल वैल्यू में भी सुधार आएगा। प्री-ओन्ड कार खरीदने वालों के लिए यह एक सुरक्षित विकल्प बन गया है। अन्य कंपनियों को भी अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है।
किआ का यह कदम प्री-ओन्ड कार बाजार में गंभीरता दर्शाता है। कंपनी ने ग्राहकों की जरूरतों को समझते हुए यह फैसला लिया है। लंबी वारंटी और सख्त जांच प्रक्रिया ग्राहक विश्वास बढ़ाती है। यह प्री-ओन्ड कार खरीदारी को जोखिम रहित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से ग्राहकों को लाभ मिलेगा।
