Uttar Pradesh News: प्रयागराज के संगम तट स्थित बड़े हनुमान मंदिर में 40 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे कॉरिडोर प्रोजेक्ट का पहला चरण पहली ही बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गया है। गंगा नदी में आई बाढ़ ने मंदिर परिसर की दीवारों और कॉरिडोर के पत्थरों को उखाड़ दिया, जिससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा हाल ही में हुआ था उद्घाटन
इस महत्वाकांक्षी परियोजना का पहला चरण दिसंबर 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित किया गया था। परियोजना के तहत 11,589 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण किया गया था, जिसमें से 535 वर्ग मीटर में मंदिर का गर्भगृह और 2,184 वर्ग मीटर में कॉरिडोर बनाया जाना था। महाकुंभ से पहले पहले चरण का काम पूरा कर लिया गया था।
निर्माण गुणवत्ता पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों ने निर्माण कार्य में गंभीर लापरवाही की ओर इशारा किया है:
- कॉरिडोर के पत्थर पहली बाढ़ में ही उखड़ गए
- मंदिर परिसर की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं
- लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्माण मानकों की अनदेखी के आरोप
- संगम क्षेत्र में बाढ़ एक सामान्य घटना होने के बावजूद निर्माण अस्थिर
स्थानीय लोगों ने उठाए सवाल
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि पहली ही बाढ़ में निर्माण कार्य ध्वस्त हो गया, तो यह स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार और लापरवाही का संकेत है। उन्होंने जांच की मांग करते हुए कहा कि इस तरह के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों पर निर्माण कार्य उच्च गुणवत्ता वाला होना चाहिए था।
इस घटना ने प्रशासन के लिए गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई की जाती है और कॉरिडोर के दूसरे चरण के निर्माण में किस तरह के सुधारात्मक उपाय किए जाते हैं।
