India News: केंद्र सरकार ने त्योहारी सीजन में आम जनता को बड़ी राहत देने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत अब 25 लाख नए मुफ्त एलपीजी कनेक्शन दिए जाएंगे। इस घोषणा के बाद देशभर में उज्ज्वला लाभार्थियों की कुल संख्या 10.6 करोड़ से अधिक हो जाएगी। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस योजना की जानकारी सार्वजनिक की है।
इस योजना का सीधा लाभ गरीब और पिछड़े वर्ग के उन परिवारों को मिलेगा जिनके पास अभी तक गैस कनेक्शन नहीं है। सरकार प्रत्येक नए कनेक्शन पर लगभग 2,050 रुपये खर्च करेगी। इस राशि में एक मुफ्त सिलेंडर, गैस चूल्हा और रेगुलेटर जैसे जरूरी उपकरण शामिल होंगे। यह कदम महिलाओं को स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
योजना की पात्रता शर्तें
उज्ज्वला योजना का लाभ लेने के लिए कुछ मानदंड निर्धारित किए गए हैं। केवल गरीब परिवारों और एससी/एसटी समुदाय की वयस्क महिलाएं ही आवेदन कर सकती हैं। आवेदिका के परिवार के पास पहले से कोई एलपीजी कनेक्शन नहीं होना चाहिए। आवेदन के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड और पते का प्रमाण पत्र अनिवार्य दस्तावेज हैं। एक सक्रिय बैंक खाता भी होना जरूरी है।
आवेदन की प्रक्रिया
योजना में आवेदन की ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई गई है। आवेदकों को सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वहां तेल कंपनी का नाम और कनेक्शन का प्रकार चुनना होगा। इसके बाद राज्य, जिला और गैस वितरक का चयन करना होता है। मोबाइल नंबर और ओटीपी के सत्यापन के बाद व्यक्तिगत जानकारी भरनी होती है। आवेदन पूरा होने पर एक रेफरेंस नंबर प्राप्त होता है।
सब्सिडी का लाभ
वर्तमान में उज्ज्वला परिवारों को 300 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है। इस सब्सिडी के कारण गैस सिलेंडर की रिफिल कीमत केवल 553 रुपये रह जाती है। यह कीमत कई अंतरराष्ट्रीय बाजारों की तुलना में काफी कम है। इससे गरीब परिवारों को सस्ती दर पर रसोई गैस मिल पा रही है। सरकार का यह प्रयास परिवारों के जीवन स्तर को सुधारने में मददगार साबित हो रहा है।
नवरात्रि के शुभ अवसर पर की गई यह घोषणा गरीब परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण तोहफा है। इस योजना से महिलाओं को रसोई के हानिकारक धुएं से मुक्ति मिलेगी। खाना पकाने का काम अब सुरक्षित और आसान हो सकेगा। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना देश में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की एक बड़ी पहल है। इससे पर्यावरण संरक्षण को भी बल मिलता है।
