Himachal News: मंडी जिले में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 3.0 के तहत पात्र गरीब परिवारों की महिलाओं को निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन दिए जाएंगे। जिला प्रशासन ने योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिला उज्ज्वला समिति का गठन किया है। इस समिति की अध्यक्षता उपायुक्त स्वयं करेंगे। समिति लाभार्थियों की पात्रता की पुष्टि और भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया की निगरानी करेगी।
उपायुक्त ने बताया कि योजना के तहत अब गृह निरीक्षण प्रक्रिया अनिवार्य कर दी गई है। इसका उद्देश्य सुनिश्चित करना है कि केवल वास्तविक पात्र लाभार्थियों को ही गैस कनेक्शन मिले। समिति यह सुनिश्चित करेगी कि योजना का लाभ केवल जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचे। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और गड़बड़ी की संभावना कम होगी।
क्या है उज्ज्वला योजना 3.0?
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत वर्ष 2017 में हुई थी। केंद्र सरकार ने अब इसे उज्ज्वला 3.0 के रूप में विस्तारित किया है। इसका मकसद अधिक से अधिक पात्र महिलाओं तक लाभ पहुंचाना है। योजना गरीब परिवारों को स्वच्छ रसोई ईंधन उपलब्ध कराती है। इससे महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलता है।
कौन कर सकता है आवेदन?
उज्ज्वला 3.0 के अंतर्गत जिले के गरीब परिवारों की वयस्क महिला सदस्य आवेदन कर सकती हैं। आवेदकों को वंचना घोषणा पत्र प्रस्तुत करना आवश्यक है। पात्र लाभार्थियों को लगभग 2050 रुपये मूल्य का निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन मिलेगा। इस राशि में गैस सिलेंडर की सुरक्षा जमा राशि और अन्य उपकरण शामिल हैं।
क्या दस्तावेज हैं जरूरी?
आवेदन के साथ पूर्ण रूप से भरा हुआ केवाईसी फॉर्म जमा करना होगा। पहचान एवं पते का प्रमाण पत्र, राशन कार्ड और आधार कार्ड की आवश्यकता होगी। सभी वयस्क परिवार सदस्यों के आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण तथा वंचना घोषणा पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य है। दस्तावेजों की जांच के बाद ही कनेक्शन जारी किए जाएंगे।
क्या हैं योजना के लाभ?
इस योजना से गरीब परिवारों की महिलाओं को स्वच्छ रसोई ईंधन की सुविधा मिलेगी। इससे उनका स्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा और धुएं से होने वाली बीमारियों में कमी आएगी। पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक परिवर्तन की दिशा में भी यह योजना महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। महिलाओं को अब लकड़ी जलाने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
मंडी जिला प्रशासन ने योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। संबंधित अधिकारी इस दिशा में काम कर रहे हैं। जिला उज्ज्वला समिति की बैठक नियमित रूप से होगी। समिति योजना की प्रगति की समीक्षा करेगी और आवश्यक कदम उठाएगी। इससे योजना के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
