India News: भारतीय डाक विभाग ने 50 साल पुरानी रजिस्टर्ड डाक सेवा को 1 सितंबर से बंद करने का फैसला लिया। यह सेवा सस्ती और भरोसेमंद थी। अब स्पीड पोस्ट का उपयोग होगा। डाक विभाग डिजिटल भुगतान शुरू करेगा। 20 ग्राम के पार्सल के लिए 41 रुपये देने होंगे। यह कदम परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए उठाया गया। लोग इस बदलाव से हैरान हैं।
स्पीड पोस्ट पर जोर
रजिस्टर्ड डाक सेवा की जगह अब स्पीड पोस्ट अनिवार्य होगा। पहले 26-27 रुपये में रजिस्ट्री होने वाला 20 ग्राम का पार्सल अब 41 रुपये में भेजना पड़ेगा। डाक विभाग का कहना है कि इससे ट्रैकिंग बेहतर होगी। दो सेवाओं के लिए दोगुना मैनपावर लगता था। अब संसाधन बचेंगे। डाक विभाग ने ग्राहकों को स्पीड पोस्ट अपनाने की सलाह दी। अधिक जानकारी के लिए भारतीय डाक देखें।
डिजिटल भुगतान की शुरुआत
अगस्त से डाक विभाग नया आईटी सिस्टम लागू करेगा। डाक सेवा में UPI के जरिए भुगतान शुरू होगा। इससे नकद भुगतान की परेशानी खत्म होगी। डाकघर अपने सिस्टम को अपग्रेड कर रहे हैं। ग्राहकों को डिजिटल भुगतान की सुविधा मिलेगी। यह कदम सेवाओं को आधुनिक बनाने के लिए उठाया गया है। डाक विभाग ने लोगों से डिजिटल विकल्प अपनाने की अपील की।
क्यों लिया गया फैसला
डाक विभाग के उप महानिदेशक दुष्यंत मुदगिल ने बताया कि रजिस्टर्ड डाक सेवा को बंद करने का निर्णय दक्षता बढ़ाने के लिए लिया गया। स्पीड पोस्ट से सेवाएं तेज होंगी। दोहरी सेवाओं से संसाधनों की बर्बादी हो रही थी। अब ट्रैकिंग और डिलीवरी में सुधार होगा। ग्राहकों को नई व्यवस्था की आदत डालनी होगी। डाक विभाग ने लोगों को नए विकल्पों की जानकारी देने का वादा किया।
