Colombia News: कोलंबिया में पॉलिटिकल असैसिनेशन ने देश को झकझोर दिया। सीनेटर मिगुएल उरीबे की 7 जून को बोगोटा में रैली के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। 39 वर्षीय उरीबे 2026 के राष्ट्रपति चुनाव के दक्षिणपंथी उम्मीदवार थे। उनकी मौत ने देश में राजनीतिक हिंसा पर बहस छेड़ दी।
हमले का विवरण
7 जून को बोगोटा के फॉन्टिबॉन में रैली के दौरान मिगुएल उरीबे पर तीन गोलियां चलाई गईं, दो सिर में लगीं। हमलावर 15 वर्षीय नाबालिग था, जिसे मौके पर गिरफ्तार किया गया। उरीबे को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां 11 अगस्त को उनकी मृत्यु हुई।
जांच और गिरफ्तारी
पुलिस ने जुलाई में पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जिनमें मास्टरमाइंड एल्डर जोस आर्तेआगा हर्नान्देज शामिल है। रक्षा मंत्री पेद्रो सांचेज ने बताया कि हमले की सुपारी 2.5 लाख डॉलर में दी गई। हर्नान्देज ने शूटर को हथियार मुहैया कराए। जांच अभी जारी है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
मिगुएल उरीबे डेमोक्रेटिक सेंटर पार्टी के उभरते नेता थे। उन्होंने 2023 में 2026 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवारी घोषित की थी। वे राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो के कटु आलोचक थे। उनकी हत्या से पार्टी को झटका लगा और देश में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने हमले की निंदा की और कोलंबिया सरकार से कड़ा रुख अपनाने को कहा। चिली के राष्ट्रपति गैब्रियल बोरिक और इक्वाडोर के राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ ने भी शोक जताया। इस घटना ने कोलंबिया की राजनीतिक स्थिरता पर सवाल उठाए।
सुरक्षा पर सवाल
हमले ने चुनावी रैलियों में नेताओं की सुरक्षा पर चिंता बढ़ा दी। उरीबे की सुरक्षा में चूक की शिकायत पहले भी की गई थी। सरकार ने 2026 के चुनावों के लिए सुरक्षा बढ़ाने का वादा किया है। जनता ने शांति मार्च निकालकर हिंसा की निंदा की।
उरीबे का राजनीतिक सफर
उरीबे ने 2012 में बोगोटा सिटी काउंसिलर के रूप में करियर शुरू किया। 2022 में वे डेमोक्रेटिक सेंटर पार्टी से सीनेटर चुने गए। उनकी मां, पत्रकार डायना तुर्बे, 1991 में मेडेलिन कार्टेल द्वारा अपहरण के बाद मारी गई थीं। उरीबे की हत्या ने कोलंबिया के अंधेरे अतीत को याद दिलाया।
