Bihar News: 7 अगस्त 2025 को पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया। जेपी गोलंबर पर बैरिकेडिंग लगाई गई। कई छात्र घायल हुए। सिर से खून बहने की खबर है। अभ्यर्थी टीआरई-4 से पहले एसटीईटी आयोजन की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन पटना विश्वविद्यालय से शुरू हुआ। छात्र डाक बंगला चौराहे की ओर बढ़े। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठे।
प्रदर्शन की शुरुआत
शिक्षक अभ्यर्थी पटना विश्वविद्यालय से जुलूस निकाले। वे कारगिल चौक होते हुए जेपी गोलंबर पहुंचे। सैकड़ों अभ्यर्थी सड़कों पर उतरे। सरकार के खिलाफ नारे लगाए। टीआरई-4 से पहले एसटीईटी आयोजन की मांग की। पिछले डेढ़ साल से एसटीईटी नहीं हुआ। अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर आक्रोशित थे। जेपी गोलंबर पर बैरिकेडिंग लगी। प्रशासन ने आगे बढ़ने से रोका। तनाव की स्थिति बनी।
पुलिस का लाठीचार्ज
जेपी गोलंबर पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। कई अभ्यर्थी घायल हुए। कुछ के सिर से खून बहे। छात्रों ने बिना कारण लाठीचार्ज का आरोप लगाया। पुलिस ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश को वजह बताया। अभ्यर्थी डाक बंगला चौराहे की ओर बढ़ना चाहते थे। प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। घायलों को अस्पताल ले जाया गया। लाठीचार्ज की कार्रवाई पर सवाल उठे। प्रदर्शनकारियों में आक्रोश बढ़ा।
अभ्यर्थियों की मांग
अभ्यर्थी टीआरई-4 से पहले एसटीईटी आयोजन की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि डेढ़ साल से परीक्षा नहीं हुई। इससे शिक्षक भर्ती प्रक्रिया रुकी है। सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। अभ्यर्थियों ने कहा कि उनकी मांगें जायज हैं। वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस की कार्रवाई को अनुचित बताया। मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही।
पुलिस की कार्रवाई पर विवाद
पुलिस के लाठीचार्ज से माहौल तनावपूर्ण हो गया। अभ्यर्थियों ने बिना चेतावनी लाठी चलाने का आरोप लगाया। कई छात्रों को गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की कार्रवाई की निंदा की। प्रशासन ने कहा कि बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश हुई। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्रवाई जरूरी थी। विवाद बढ़ने पर जांच की मांग उठी। पुलिस की जवाबदेही तय करने की बात कही गई।
प्रशासन का रुख
प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया। जेपी गोलंबर पर बैरिकेडिंग लगाई गई। डाक बंगला चौराहे पर अतिरिक्त सुरक्षा थी। अधिकारियों ने कहा कि बिना अनुमति मार्च निकाला गया। कानून-व्यवस्था बनाए रखना जरूरी था। प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की। सरकार ने मांगों पर विचार का भरोसा दिया। स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश जारी है।
प्रदर्शन का प्रभाव
प्रदर्शन से पटना की सड़कों पर जाम लगा। जेपी गोलंबर और आसपास यातायात प्रभावित हुआ। स्थानीय दुकानें बंद रहीं। लोगों को असुविधा हुई। घायल अभ्यर्थियों के समर्थन में अन्य छात्र भी सड़कों पर उतरे। सोशल मीडिया पर लाठीचार्ज की तस्वीरें वायरल हुईं। प्रदर्शन ने शिक्षक भर्ती की मांग को राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में ला दिया। सरकार पर दबाव बढ़ा।
