New Delhi: सरकारी क्षेत्र के दिग्गज बैंक PNB में फिर से बड़ी धोखाधड़ी पकड़ी गई है। बैंक ने शुक्रवार को 2,434 करोड़ रुपये के लोन फ्रॉड का खुलासा किया। PNB ने इस घोटाले की रिपोर्ट भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को सौंप दी है। यह मामला श्रेय (SREI) ग्रुप के पूर्व प्रमोटरों से जुड़ा है। खबर आते ही बैंकिंग सेक्टर में खलबली मच गई है।
PNB ने किसे बताया जिम्मेदार?
बैंक ने रेगुलेटरी फाइलिंग में पूरी जानकारी साझा की है। PNB के अनुसार, श्रेय इक्विपमेंट फाइनेंस (SEFL) ने 1,240.94 करोड़ का गबन किया। वहीं, श्रेय इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस (SIFL) में 1,193.06 करोड़ की धोखाधड़ी हुई। कुल मिलाकर यह रकम 2,434 करोड़ रुपये बैठती है। राहत की बात यह है कि बैंक ने इस पूरे नुकसान की भरपाई (Provisioning) पहले ही कर ली है।
शेयर बाजार पर दिखा असर
यह खबर शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद आई। इससे पहले PNB के शेयर बीएसई (BSE) पर 0.50% गिरकर 120.35 रुपये पर बंद हुए। सोमवार को बाजार खुलने पर इस खबर का असर शेयरों पर दिख सकता है। निवेशक और मार्केट एक्सपर्ट्स अब PNB के अगले कदम पर नजर बनाए हुए हैं।
क्या है पूरा मामला?
कोलकाता का कनोरिया परिवार पहले इन कंपनियों को चलाता था। कुप्रबंधन के कारण अक्टूबर 2021 में RBI ने इनके बोर्ड को हटा दिया था। बाद में दिवालिया प्रक्रिया (IBC) के तहत इनका समाधान हुआ। दिसंबर 2023 में ‘बैड बैंक’ यानी NARCL ने इन कंपनियों को खरीद लिया था। अब PNB ने पुराने प्रमोटरों पर फ्रॉड का आरोप लगाया है।
PNB की आर्थिक सेहत में सुधार
घोटाले की खबर के बीच बैंक ने राहत देने वाले आंकड़े भी जारी किए हैं। PNB का फंसा हुआ कर्ज (NPA) तेजी से कम हुआ है। सितंबर 2025 तक ग्रॉस NPA घटकर 40,343 करोड़ रुपये रह गया है। एक साल पहले यह आंकड़ा 47,582 करोड़ रुपये था। रिकवरी में सुधार से बैंक की स्थिति पहले से मजबूत हुई है।
