New Delhi News: संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है. इससे पहले प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने सोमवार को देश को संबोधित किया. उन्होंने विपक्षी पार्टियों को कड़ा संदेश दिया है. पीएम ने कहा कि सत्र में शोर-शराबे की जगह काम होना चाहिए. उन्होंने विपक्ष से सकारात्मक सहयोग की अपील की है. प्रधानमंत्री ने साफ कहा कि संसद जनता के फायदे के लिए चलनी चाहिए.
नारों पर नहीं नीति पर हो जोर
प्रधानमंत्री ने विपक्ष को आईना दिखाया. उन्होंने कहा कि ड्रामा करने के लिए बहुत जगह है. संसद में ड्रामा नहीं, बल्कि डिलीवरी होनी चाहिए. जो लोग केवल नारे लगाना चाहते हैं, देश उन्हें देख रहा है. उन्होंने जोर दिया कि सदन में नारों पर नहीं, बल्कि नीतियों पर चर्चा होनी चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि ड्रामा करने वालों का साथ जनता नहीं देती है.
बिहार हार का दिखा असर
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर तंज भी कसा. उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में मिली हार से विपक्ष अभी भी ‘अशांत’ लग रहा है. उन्हें लगा था कि विपक्ष अब तक हार से उबर गया होगा. लेकिन कल के रवैये से ऐसा नहीं लगा. पीएम ने कहा कि हार की हताशा संसद में नहीं दिखनी चाहिए. विपक्ष को मतभेद भुलाकर अच्छी नीतियों पर काम करना चाहिए.
नकारात्मकता छोड़ने की अपील
प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीति में नकारात्मकता हो सकती है. लेकिन देश बनाने के लिए सकारात्मक सोच जरूरी है. उन्होंने सभी दलों से अपील की कि मानसून सत्र जैसी स्थिति न बनें. शीतकालीन सत्र बर्बाद नहीं होना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष को मजबूत और जरूरी मुद्दे उठाने चाहिए. उन्हें हार से परेशान होकर बैठने के बजाय चर्चा में हिस्सा लेना चाहिए.
देश हित में हो काम
यह सत्र हार की हताशा या जीत के घमंड का मैदान नहीं बनना चाहिए. यहां चर्चा होनी चाहिए कि संसद देश के लिए क्या कर रही है. विपक्ष को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए. अच्छे कानून पास कराने के लिए सबका साथ आना जरूरी है. संसद को देश के भविष्य के लिए काम करना चाहिए.
