Delhi News: संसद भवन पर हुए आतंकी हमले को आज 24 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर PM Modi ने शनिवार को शहीद सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने 2001 के हमले में जान गंवाने वाले जवानों के बलिदान को याद किया। इस दौरान उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन भी वहां मौजूद रहे। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी पुष्प अर्पित किए। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी भी इस कार्यक्रम में शामिल हुईं।
शहीदों का बलिदान प्रेरणा स्रोत
PM Modi ने कहा कि शहीदों का बलिदान देश को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी वीरों को याद किया। उन्होंने इसे लोकतंत्र के मंदिर पर कायराना हमला बताया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि देश इन वीरों का कर्ज कभी नहीं चुका सकता। सत्ता पक्ष और विपक्ष ने मिलकर शहीदों को नमन किया।
कमलेश कुमारी की वीरता को किया सलाम
सीआरपीएफ ने अपनी बहादुर कांस्टेबल कमलेश कुमारी को विशेष श्रद्धांजलि दी। उन्होंने हमले के दौरान आतंकियों का डटकर सामना किया था। कमलेश कुमारी ने अपनी जान की परवाह नहीं की। उन्होंने लगातार अपने साथियों को आतंकियों की जानकारी दी। उनकी बहादुरी के कारण ही पांचों आतंकी मारे गए। उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था।
2001 में दहल उठी थी संसद
लश्कर और जैश के आतंकियों ने 13 दिसंबर 2001 को हमला किया था। भारी हथियारों से लैस 5 आतंकी संसद परिसर में घुस गए थे। उस वक्त संसद के अंदर करीब 100 सांसद मौजूद थे। सुरक्षाबलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें मार गिराया। इस हमले में कुल 14 लोगों की जान गई थी।
सदन ने लिया आतंकवाद के खिलाफ संकल्प
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। सदन ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहने का संकल्प लिया। सांसदों ने देश की एकता और अखंडता की रक्षा की कसम खाई। PM Modi की मौजूदगी में सभी ने मौन रखा। यह दिन देश की सुरक्षा में तैनात जवानों के शौर्य का प्रतीक है।
