New Delhi: पीएम मोदी ने सोमवार को लोकसभा में कांग्रेस पर अब तक का सबसे तीखा हमला बोला। उन्होंने ‘वंदे मातरम’ के 150 साल पूरे होने पर सदन में चर्चा की शुरुआत की। पीएम मोदी ने दावा किया कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने मुस्लिम लीग के दबाव में आकर ‘वंदे मातरम’ के टुकड़े कर दिए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले राष्ट्रीय गीत के बंटवारे पर झुकी, इसलिए बाद में उसे देश के बंटवारे पर भी झुकना पड़ा।
आपातकाल में घोंटा गया संविधान का गला
पीएम मोदी ने अपने भाषण में 1975 के आपातकाल का विशेष रूप से जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब ‘वंदे मातरम’ के 100 साल पूरे हुए थे, तब देश आपातकाल की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। उस समय संविधान का गला घोंट दिया गया था। पीएम मोदी ने कहा कि जब आजादी को कुचलने की कोशिश हुई, तब इसी गीत ने देश को खड़ा किया। उस काले दौर में देशभक्तों को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया गया था।
तुष्टीकरण के लिए किया गया समझौता
प्रधानमंत्री ने इतिहास के पन्नों को पलटते हुए नेहरू और जिन्ना के प्रसंग को सुनाया। पीएम मोदी ने कहा कि जब मोहम्मद अली जिन्ना ने ‘वंदे मातरम’ का विरोध किया, तो कांग्रेस अध्यक्ष नेहरू ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को पत्र लिखा था। नेहरू ने पत्र में जिन्ना की भावना से सहमति जताई थी। उन्होंने कहा था कि यह गीत मुसलमानों को नाराज कर सकता है। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सामाजिक सद्भाव के नाम पर मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेक दिए थे। यह तुष्टीकरण की राजनीति थी।
कांग्रेस अब एमएमसी बन गई है
पीएम मोदी ने कांग्रेस की वर्तमान नीतियों पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का चरित्र नहीं बदला है। आज आईएनसी (INC) बदलते-बदलते एमएमसी (MMC) यानी ‘मुस्लिम-लीगी माओवादी कांग्रेस’ हो गई है। प्रधानमंत्री ने इससे पहले बिहार चुनाव नतीजों के बाद भी कांग्रेस के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण की यह नीति आज भी जारी है।
अंग्रेजों की ‘बांटो और राज करो’ की नीति
प्रधानमंत्री ने कहा कि 1857 की क्रांति के बाद अंग्रेज डर गए थे। उन्हें समझ आ गया था कि भारत को बांटे बिना यहां राज करना मुश्किल है। इसलिए अंग्रेजों ने ‘बांटो और राज करो’ का रास्ता चुना। उन्होंने बंगाल को अपनी प्रयोगशाला बनाया। पीएम मोदी ने कहा कि ‘वंदे मातरम’ केवल एक गीत नहीं था, बल्कि मातृभूमि को मुक्त कराने की पवित्र जंग थी। बंकिम चंद्र चटर्जी ने 1875 में इसकी शुरुआत की थी।
2047 में विकसित भारत का संकल्प
पीएम मोदी ने सदन में कहा कि हम सभी पर ‘वंदे मातरम’ का कर्ज है। इसी गीत ने हमें संसद तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि अब देश आत्मनिर्भर भारत का सपना देख रहा है। हम 2047 में भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि जैसे आजादी के दीवानों ने स्वतंत्र भारत का सपना देखा था, वैसे ही आज की पीढ़ी समृद्ध भारत का सपना देख रही है। स्वदेशी आंदोलन की भावना आज भी हमें जोड़ती है।
