Tianjin News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। दोनों नेताओं ने भारत-चीन संबंधों में हुई सकारात्मक प्रगति की समीक्षा की। पीएम मोदी ने एक्स प्लेटफॉर्म पर इस बैठक को ‘सार्थक’ बताया।
सीमा शांति पर हुई सहमति
दोनों नेताओं ने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सौहार्द बनाए रखने के महत्व पर सहमति जताई। उन्होंने आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी संवेदनशीलता पर आधारित सहयोग की प्रतिबद्धता दोहराई। यह बैठक दोनों देशों के बीच संबंधों में नई गति लाने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
म्यांमार के जनरल के साथ बैठक
प्रधानमंत्री मोदी ने म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग हलिंग के साथ भी बैठक की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। विकास साझेदारी, रक्षा एवं सुरक्षा और सीमा प्रबंधन पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने म्यांमार में आगामी चुनावों के निष्पक्ष और समावेशी संपन्न होने की आशा व्यक्त की।
वैश्विक मीडिया की प्रतिक्रिया
अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस बैठक को महत्वपूर्ण बताया। अखबार ने कहा कि चीन भारत और अमेरिका के बीच तनाव को अवसर के रूप में देख रहा है। वैश्विक मीडिया ने इस बैठक को द्विपक्षीय संबंधों में नया मोड़ बताया। दोनों देशों के बीच 75वें राजनयिक संबंधों की वर्षगांठ पर यह बैठक विशेष महत्व रखती है।
SCO सदस्य देशों की भागीदारी
शंघाई सहयोग संगठन सम्मेलन में 10 सदस्य देशों ने भाग लिया। इनमें चीन, भारत, रूस, पाकिस्तान और कजाखस्तान शामिल थे। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन भी सम्मेलन में शामिल हुए। भारत 2017 से SCO का सदस्य है और सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
आर्थिक सहयोग पर जोर
दोनों नेताओं ने आर्थिक सहयोग को मजबूत करने पर सहमति जताई। कैलाश मानसरोवर यात्रा और सीधी उड़ान सेवाओं पर चर्चा हुई। वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में बदलाव के मद्देनजर दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया। इस बैठक को द्विपक्षीय संबंधों में नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
