India News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक हुई। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस बैठक की जानकारी दी। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। सीमा पर शांति बनाए रखने और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर सहमति बनी।
आपसी विश्वास बढ़ाने पर जोर
दोनों देशों ने आपसी विश्वास बढ़ाने और साझा सोच को आगे बढ़ाने पर जोर दिया। यह सहमति बनी कि मतभेदों को विवाद में नहीं बदलने देना चाहिए। दोनों नेता चुनौतियों का सामना मिलकर करने और समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं। एक साल से कम समय में यह दोनों नेताओं की दूसरी बैठक थी।
BRICS समिट का न्योता
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भारत में होने वाले BRICS शिखर सम्मेलन का निमंत्रण दिया। राष्ट्रपति जिनपिंग ने इस निमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने भारत की BRICS अध्यक्षता के लिए चीन के पूर्ण समर्थन की पेशकश की। भारत 2026 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
व्यापार संबंधों पर चर्चा
दोनों नेताओं ने विश्व व्यापार को स्थिर करने में भारत और चीन की भूमिका को मान्यता दी। द्विपक्षीय व्यापार घाटे को कम करने और निवेश संबंधों को सुगम बनाने पर बात हुई। दोनों दिशाओं में व्यापार बढ़ाने पर सहमति बनी। यह चर्चा द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
पुतिन के साथ आगामी बैठक
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी। पीएम मोदी शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र को भी संबोधित करेंगे। वे एससीओ के तहत क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने के भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित करेंगे। इसके बाद वे भारत लौट जाएंगे।
