शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

पीएम मोदी: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के स्वास्थ्य को लेकर जताई चिंता, BNP ने दिया दिल से शुक्रिया

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Dhaka News: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की चेयरपर्सन बेगम खालिदा जिया के बिगड़ते स्वास्थ्य पर गहरी चिंता जताई है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि वह उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकर बहुत परेशान हैं। उन्होंने खालिदा जिया के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत हर संभव मदद के लिए तैयार है।

इस पोस्ट के जवाब में बांग्लादेश नेशनलist पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी का ‘दिल से शुक्रिया’ अदा किया। पार्टी ने कहा कि वह इस तरह की भावना और मदद की पेशकश की बहुत सराहना करती है। BNP का यह जवाब द्विपक्षीय संबंधों में मानवीय पहलू को रेखांकित करता है। यह कदम बांग्लादेश में व्यापक रूप से सराहा जा रहा है और दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रिश्तों की याद दिलाता है।

बांग्लादेश की राजनीति में एक प्रमुख व्यक्तित्व, खालिदा जिया की सेहत पिछले कुछ दिनों से चिंता का विषय बनी हुई है। उन्हें सीने में गंभीर संक्रमण के बाद 23 नवंबर को ढाका के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस संक्रमण का असर उनके हृदय और फेफड़ों दोनों पर पड़ा है। अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनकी हालत में गिरावट देखी गई है।

डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती होने के चार दिन बाद कोरोनरी केयर यूनिट में स्थानांतरित कर दिया। तब से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। उनके इलाज की निगरानी के लिए स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की एक मेडिकल टीम गठित की गई है। उनके स्वास्थ्य की निरंतर निगरानी की जा रही है। चिकित्सकीय प्रयासों के बावजूद उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।

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बांग्लादेश की राजनीति में खालिदा जिया का योगदान

बेगम खालिदाजिया ने बांग्लादेश की सार्वजनिक जीवन में कई दशकों तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं और तीन बार इस पद पर रहीं। उनके नेतृत्व ने देश के आर्थिक और सामाजिक विकास की दिशा को प्रभावित किया। वह बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष के रूप में सक्रिय रही हैं।

उनका राजनीतिक सफर देश के लोकतांत्रिक इतिहास का एक अभिन्न अंग है। उनकी बीमारी ने न केवल उनकी पार्टी बल्कि पूरे बांग्लादेश को चिंतित कर दिया है। एक महत्वपूर्ण राजनीतिक शख्सियत के तौर पर उनकी भूमिका को सभी वर्गों द्वारा मान्यता प्राप्त है। पड़ोसी देश के नेता के रूप में प्रधानमंत्री मोदी का संदेश इसी मान्यता को दर्शाता है।

राजनीतिक परिदृश्य पर संभावित प्रभाव

बांग्लादेश मेंआगामी महीनों में आम चुनाव होने हैं। ऐसे समय में बीएनपी प्रमुख के स्वास्थ्य में गिरावट पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती है। विपक्षी दल के रूप में बीएनपी की रणनीति और चुनावी तैयारियों पर इसका प्रभाव पड़ सकता है। पार्टी के नेतृत्व को इस स्थिति से निपटने के लिए नई रणनीति बनानी पड़ सकती है।

खालिदा जिया की अनुपस्थिति में पार्टी के भीतर नेतृत्व संबंधी प्रश्न भी उठ सकते हैं। यह स्थिति बांग्लादेश की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकती है। राजनीतिक विश्लेषक इस विकास पर गंभीरता से नजर रखे हुए हैं। देश की राजनीतिक स्थिरता और चुनावी प्रक्रिया पर इसके दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी की ओर से मदद की पेशकश द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती को दिखाती है। भारत और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध गहरे हैं। इस तरह की मानवीय पहल इन संबंधों को और मजबूती प्रदान करती है। यह कूटनीति में मानवीय मूल्यों के महत्व को रेखांकित करती है।

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दोनों देशों के बीच सहयोग के कई आयाम हैं जिनमें व्यापार, सुरक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान शामिल हैं। पड़ोसी देश के नेता के स्वास्थ्य संबंधी चिंता का जताना इन संबंधों का एक स्वाभाविक विस्तार है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस तरह के कदम की सराहना की जाती है। यह क्षेत्रीय सहयोग की भावना को मजबूत करता है।

खालिदा जिया के स्वास्थ्य की नवीनतम जानकारी

अस्पताल केसूत्रों के अनुसार, खालिदा जिया का इलाज जारी है और उनकी स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है। चिकित्सकीय टीम उनके स्वास्थ्य में सुधार के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। वेंटिलेटर सपोर्ट के साथ-साथ अन्य उपचार दिए जा रहे हैं। उनकी हृदय और श्वसन प्रणाली पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

उनके परिवार के सदस्य और पार्टी के वरिष्ठ नेता अस्पताल में मौजूद हैं। बांग्लादेश की जनता और राजनीतिक हलकों में उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता बनी हुई है। देश भर से लोग उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। इस समय सभी की निगाहें उनके स्वास्थ्य में सुधार पर टिकी हुई हैं।

इस घटनाक्रम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान आकर्षित किया है। कई देशों के नेताओं और राजनयिकों ने भी खालिदा जिया के स्वास्थ्य की चिंता जताई है। यह दर्शाता है कि वह एक वरिष्ठ राजनीतिज्ञ के रूप में कितना सम्मान रखती हैं। इस मुश्किल घड़ी में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की संवेदना भी उनके परिवार तक पहुंच रही है।

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