New Delhi: लोकसभा में आज ‘वंदे मातरम’ गीत के 150 साल पूरे होने पर चर्चा हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने गीत के ऐतिहासिक महत्व को बताया। उन्होंने कांग्रेस पर भी कड़ा प्रहार किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब इस गीत के 100 साल पूरे हुए थे, तब देश में आपातकाल लगा था। उस समय नागरिकों के अधिकारों को कुचल दिया गया था। पीएम ने कहा कि यह गीत सिर्फ आजादी की लड़ाई का मंत्र नहीं था। यह भारतीयों के लिए मातृभूमि को मुक्त कराने का संकल्प भी था।
आपातकाल को बताया काला अध्याय
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में आपातकाल के दौर को याद किया। उन्होंने कहा कि ‘वंदे मातरम’ के 100 वर्ष पूरे होने पर देश जंजीरों में जकड़ा हुआ था। उस समय भारत के संविधान का गला घोंट दिया गया था। एक ऐतिहासिक मौके पर देशभक्तों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया था। पीएम मोदी ने उस दौर को लोकतंत्र का काला अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि देशभक्ति के लिए जीने वालों को जेल में बंद करना दुखद था।
बंकिम चंद्र चटर्जी का योगदान
पीएम मोदी ने बंकिम चंद्र चटर्जी को नमन किया। उन्होंने कहा कि आज वंदे मातरम हर भारतीय की रगों में दौड़ रहा है। इस गीत की यात्रा 1875 में बंकिम चंद्र जी ने शुरू की थी। उस समय 1857 की क्रांति के बाद अंग्रेज सरकार बौखलाई हुई थी। अंग्रेज अपना गीत ‘गॉड सेव द क्वीन’ हर घर तक पहुंचाना चाहते थे। उस साजिश को रोकने के लिए वंदे मातरम लिखा गया था। यह गीत जन-जन तक राष्ट्रप्रेम पहुंचाने का माध्यम बना।
बच्चों और क्रांतिकारियों का संबल
प्रधानमंत्री ने आजादी के आंदोलन में बच्चों के साहस की सराहना की। उन्होंने कहा कि उस दौर में छोटे बच्चों को भी जेल में डाला जाता था। उन्हें कोड़े मारे जाते थे, लेकिन वे हार नहीं मानते थे। बच्चे ‘वंदे मातरम’ का जयघोष करते थे। वे कहते थे कि इस गीत को गाते हुए जान भी चली जाए तो कोई गम नहीं। बंगाल की गलियों से निकली यह आवाज पूरे देश की ताकत बन गई थी।
विदेशों में भी गूंजा राष्ट्रगीत
पीएम मोदी ने बताया कि यह गीत केवल भारत तक सीमित नहीं था। वीर सावरकर ने लंदन के इंडिया हाउस में वंदे मातरम गाया था। वहां यह गीत लगातार गूंजता रहता था। इसके नाम से कई अखबार भी निकाले गए। भीकाजी कामा ने पेरिस में ‘वंदे मातरम’ नाम से अखबार शुरू किया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस गीत ने भारत को स्वावलंबन का रास्ता दिखाया। अब 2047 में विकसित भारत बनाने के लिए यह गीत हमें नई ऊर्जा देगा।
