Srinagar News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की सख्त निंदा की है। दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से सभी आतंकी संगठनों के खिलाफ मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने आतंकवाद के वित्तपोषण के स्रोतों को खत्म करने और सीमा पार से होने वाली गतिविधियों पर रोक लगाने पर जोर दिया।
आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई का आह्वान
दोनों प्रधानमंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित संगठनों का विशेष तौर पर जिक्र किया। इनमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा शामिल हैं। उन्होंने इन संगठनों और उनके प्रॉक्सी ग्रुप्स के खिलाफ decisive action की मांग की। दोषियों और उनके प्रायोजकों को न्याय के कटघरे में लाने की बात कही गई।
द रेजिस्टेंस फ्रंट पर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का हवाला
बातचीत में 29 जुलाई की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की रिपोर्ट पर भी चर्चा हुई। इस रिपोर्ट में आतंकी गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) का उल्लेख किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि TRF ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी। जापानी प्रधानमंत्री ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की।
क्षेत्रीय शांति और स्थिरता पर जोर
वक्तव्य में यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुसार न्यायसंगत और स्थायी शांति का समर्थन किया गया। दोनों नेताओं ने विभिन्न देशों के राजनयिक प्रयासों का स्वागत किया। उन्होंने पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। सभी पक्षों से संयम बरतने और नागरिकों की रक्षा करने का आग्रह किया गया।
गाजा में मानवीय स्थिति पर गंभीर चिंता
दोनों नेताओं ने गाजा में बिगड़ती मानवीय स्थिति पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने सभी बंधकों की तत्काल रिहाई की आवश्यकता पर बल दिया। तत्काल और स्थायी युद्धविराम के लिए समझौते का महत्व रेखांकित किया गया। इसके साथ ही मानवीय सहायता की स्थिति में सुधार के लिए त्वरित कार्रवाई की अपील की गई।
