India News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम-किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी की। इसके तहत 9.70 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 20,500 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए। प्रत्येक किसान को 2,000 रुपये की राशि मिली। आंध्र प्रदेश में कुछ किसानों को अतिरिक्त 5,000 रुपये दिए गए। यह योजना किसानों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए शुरू की गई थी।
आंध्र प्रदेश की विशेष योजना
आंध्र प्रदेश सरकार ने ‘अन्नदाता सुखीभव’ योजना के तहत 47 लाख किसानों को 7,000 रुपये वितरित किए। इसमें 5,000 रुपये राज्य सरकार और 2,000 रुपये केंद्र सरकार ने दिए। यह योजना आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को प्रति वर्ष 20,000 रुपये की सहायता प्रदान करती है। यह राशि किसानों के लिए आर्थिक सहारा है। पीएम-किसान योजना के साथ यह पहल किसानों को और मजबूत बनाती है।
चुनावी वादों का हिस्सा
‘अन्नदाता सुखीभव’ योजना एन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में 2024 के चुनावी वादों का हिस्सा है। इसमें तीन मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर, स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए 15,000 रुपये और महिलाओं के लिए 1,500 रुपये मासिक सहायता शामिल है। यह योजना किसानों और अन्य वर्गों के लिए आर्थिक सहायता सुनिश्चित करती है। पीएम-किसान की किस्त के साथ यह योजना प्रभावी साबित हुई।
वाराणसी से किस्त का शुभारंभ
प्रधानमंत्री ने वाराणसी से पीएम-किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी की। इस दौरान 9.70 करोड़ किसानों को 2,000 रुपये की राशि उनके आधार से जुड़े बैंक खातों में हस्तांतरित की गई। यह योजना फरवरी 2019 में शुरू हुई थी। इसका उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस पहल ने लाखों किसानों को लाभ पहुंचाया।
पीएम-किसान योजना का उद्देश्य
पीएम-किसान योजना के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये तीन किस्तों में दिए जाते हैं। यह राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में पहुंचती है। योजना का लक्ष्य भूमि-धारक किसानों की आर्थिक जरूरतों को पूरा करना है। यह पहल देश भर के किसानों के लिए महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान करती है। योजना ने किसानों की आय में सुधार किया।
