शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

Pine Labs IPO Listing: शेयरों ने 10% प्रीमियम पर दी शानदार एंट्री, निवेशकों को मिला फायदा

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Business News: फिनटेक कंपनी पाइन लैब्स के शेयरों ने आज शानदार लिस्टिंग दी। कंपनी के शेयर 221 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 242 रुपये पर लिस्ट हुए। यह 9.5 प्रतिशत के प्रीमियम के बराबर है। लिस्टिंग के बाद शेयरों में और तेजी देखने को मिली। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर 253 रुपये के स्तर तक पहुंच गया।

3900 करोड़ रुपये के इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला था। इश्यू 2.5 गुना सब्सक्राइब हुआ था। कंपनी ने एंकर इन्वेस्टर्स से 1753 करोड़ रुपये जुटाए थे। आईपीओ आवंटन 12 नवंबर को हुआ था और आज शेयरों की लिस्टिंग हुई।

विशेषज्ञों की राय

एसबीआई सिक्योरिटीज ने इस आईपीओ को लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब की सलाह दी थी। कंपनी के मजबूत बिजनेस मॉडल और प्रॉफिटेबल ग्रोथ की संभावनाओं को देखते हुए विशेषज्ञ सकारात्मक राय रखते हैं। मार्केट वेटरन देवेन चोकसी ने कहा कि पाइन लैब्स एक प्रॉफिटेबल कंपनी है।

चोकसी ने कहा कि तकनीकी regime में बदलाव के साथ कंपनी की भविष्य की ग्रोथ ट्रैजेक्टरी महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि कंपनी ने अपना बेस स्थापित कर लिया है और वैल्यू अनलॉक करने के लिए पब्लिक मार्केट में आ रही है। निवेशकों को कंपनी को क्लोजली देखना चाहिए।

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कंपनी का बिजनेस मॉडल

पाइन लैब्स डिजिटल कॉमर्स को डिजिटल पेमेंट और इश्यूइंग सॉल्यूशंस के जरिए डिजिटाइज करने पर फोकस करती है। कंपनी क्रोमा, एचडीएफसी बैंक, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स, ट्रेंट, एचपीसीएल और अपोलो फार्मेसी जैसे बड़े ग्राहकों के साथ काम करती है। कुछ रिलेशनशिप एक दशक से भी अधिक पुरानी हैं।

कंपनी का रेवेन्यू मुख्य रूप से मर्चेंट्स और एक्वायरिंग बैंकों से आता है। ये डिजिटल चेकआउट पॉइंट्स की संख्या के आधार पर सब्सक्रिप्शन फीस देते हैं। ऑनलाइन पेमेंट्स के मामले में कंपनी को प्रोसेसिंग फीस मिलती है। यह फीस ट्रांजैक्शन वैल्यू के आधार पर कैलकुलेट होती है।

वैल्यूएशन और जोखिम

कंपनी का वैल्यूएशन विशेषज्ञों को थोड़ा महंगा लगता है। अपर प्राइस बैंड पर कंपनी 8.0x EV/Sales और 82.8x EV/EBITDA पर ट्रेड कर रही है। मार्केट वेटरन अंबरीश बलिग ने कहा कि वैल्यूएशन महंगे रहे हैं और लिस्टिंग गेन्स गायब होने के बाद निवेशक कदम पीछे खींचते हैं।

कंपनी को हाई कॉम्पिटिशन का सामना करना पड़ रहा है। कुछ कंपटीटर्स फ्री प्रोडक्ट्स और सर्विसेज ऑफर कर रहे हैं। रेगुलेटरी रिस्क भी कंपनी के लिए चुनौती बने हुए हैं। आरबीआई और रेबिट की ओर से किसी भी प्रतिकूल एक्शन का कंपनी के परफॉर्मेंस पर असर पड़ सकता है।

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अंतर्राष्ट्रीय विस्तार की योजना

कंपनी नेट प्रोसीड्स में से 60 करोड़ रुपये अपनी इंटरनेशनल सब्सिडियरीज में इन्वेस्ट करेगी। इनमें क्विकसिल्वर सिंगापुर, पाइन पेमेंट सॉल्यूशंस मलेशिया और पाइन लैब्स यूएई शामिल हैं। कंपनी को अपने इंटरनेशनल मार्केट्स से 15 प्रतिशत रेवेन्यू मिलता है।

कंपनी मिडिल ईस्ट और साउथईस्ट एशिया जैसे की इंटरनेशनल मार्केट्स में अपनी मौजूदगी बढ़ाना चाहती है। पहली तिमाही में कंपनी ने अपने इंटरनेशनल मार्केट्स में 69.1 करोड़ रुपये का खर्च किया। कंपनी की ग्रोथ के लिए इंटरनेशनल एक्सपेंशन अहम होगा।

ग्रे मार्केट प्रीमियम

आईपीओ से पहले पाइन लैब्स का जीएमपी 3 प्रतिशत के आसपास था। इसने 226.5 रुपये के एस्टीमेटेड लिस्टिंग प्राइस की ओर इशारा किया था। हालांकि जीएमपी अनऑफिशियल मेट्रिक है और एक्चुअल लिस्टिंग प्राइस अलग हो सकती है। कंपनी के शेयरों ने जीएमपी से बेहतर प्रदर्शन किया।

पाइन लैब्स का आईपीओ 7 से 11 नवंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इश्यू में फ्रेश शेयर्स और एक्सिस्टिंग शेयरहोल्डर्स की ओर से ऑफर फॉर सेल दोनों शामिल थे। कंपनी ने फ्रेश इश्यू से 2080 करोड़ रुपये जुटाए जबकि ओएफएस से 1820 करोड़ रुपये की राशि मिली।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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